उत्तराखंड

प्रधानमंत्री मोदी की ऋषिकेश में जनसभा के मायने : मोदी धामी जोड़ी ऋषियों की भूमि में बहाएगी विकास की गंगा

नई दिल्ली (विवेक ओझा): भारतीय प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड से लगाव तो जग जाहिर है लेकिन वो सिर्फ आध्यात्मिक और धार्मिक कारणों से ही है , ऐसा नही है। पीएम मोदी उत्तराखंड सरकार को सशक्त करने की मंशा से समय समय पर देवभूमि पधारते हैं। अब जबकि 18 वीं लोकसभा चुनाव का चुनावी बिगुल बज चुका है तो धामी सरकार के विजयरथ को और गति देने को पीएम मोदी अपने दायित्व के रूप में देख रहे हैं। इसलिए आज 11.30 पर वो जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंच रहे हैं और ऋषिकेश की जनसभा को वो संबोधित करेंगे। तीन लोकसभा क्षेत्रों के मतदाताओं पर मोदी अपना करिश्माई प्रभाव निश्चित रूप से दिखाएंगे जिससे किसी भी विरोधी दल द्वारा भाजपा उम्मीदवारों के विपक्ष में जो भी माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है वो धरी की धरी रह जाए। कई ऐसे लोग हैं जो सोशल मीडिया पर बीजेपी उम्मीदवारों पर बिना सिर पैर के तर्क के साथ उनके खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश करते हुए तर्क दे रहे हैं कि ये अपनी चुनावी क्षेत्र की यात्रा नही करते और उनका ध्यान नहीं रखते। वहीं धामी सरकार ने जिस तरीके से सर्विस डिलिवरी को आधार बनाया है वो इन झूठे तर्कों को निराधार साबित करती हैं। मुख्यमंत्री धामी स्वयं जनता से सीधे तौर पर मिलते हैं और फोन के माध्यम से भी जन शिकायतों का तत्काल निवारण करते हैं और जनता से पूछते भी है कि आपकी शिकायत मेरे आदेश के कितने समय बाद निस्तारित हुई , कोई परेशानी तो नहीं आई ।

प्रधानमंत्री मोदी ऐसे कर्मठ लीडर धामी के लिए बार बार देवभूमि आते हैं। मोदी को पता है कि धामी जैसा डायनामिक नेता अभी तक उत्तराखंड को नही मिला है जो खुद चुनौतियों से लड़ना जानता है। सीएम धामी पर कभी भी अगर कोई भी सवाल खड़े किए गए तो धामी ने बड़ी लकीर खींच कर उसका जवाब दिया।

आज मोदी धामी जोड़ी उत्तराखंड के कायाकल्प के लिए जरूरी है। देवभूमि के नागरिकों को समझना होगा कि जैसी ट्यूनिंग सीएम की पीएम से है वो दुर्लभ है और इसी बात का लाभ उत्तराखंड को मिल रहा है और मिलता भी रहेगा। देश में कितने सीएम हैं जिनका पीएम मोदी इतना ध्यान रखते हैं। अब ऋषिकेश में एम्स से भी आगे की आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं, हेल्थ केयर, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को आगे ले जानें में मोदी धामी मैट्रिक्स शानदार परिणाम दे सकता है।

ऋषिकेश के ग्रामीण इलाकों में पानी निकासी, पेयजल, विद्युत व्यवस्था, सिंचाई नहर, हौज मरम्मत, सोलर लाइट, पशु चारागाह, शौचालय, विद्यालय भवन, स्मार्ट क्लास, पार्क, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, मंदिर प्रांगण के सौंदर्यीकरण का कार्य करने पर धामी सरकार ने तत्परता दिखाई है।

ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग पर ऋषिकेश से करीब 14 किमी की दूरी पर स्थित ओणी गांव में हुआ जी- 20 शिखर सम्मेलन मोदी धामी ट्यूनिंग को दर्शाता है। इस गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव होने के कारण कई लोग गांव से पलायन भी कर चुके थे लेकिन अब धामी सरकार ने यहां करीब दस करोड़ रुपये की लागत से विकास कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। ओणी गांव को उत्तराखंड की पारंपरिक शैली के माडल गांव के रूप में विकसित किया गया है। ओंणी गांव को जोड़ने वाली सड़क चमचमा रही है। यहां गांव के रास्ते और पगडंडियां खूबसूरत ढंग से तैयार किया गया है। इसके अलावा गांव में एकीकृत कृषि प्रणाली, उद्यानीकरण, पाली हाउस, जल संरक्षण, प्राकृतिक जल स्रोत संवर्धन, बायोगैस प्लांट, अमृत सरोवर, होमस्टे, ट्रैक रुट, जैविक खेती विकसित की गई है।

धामी के नेतृत्व में अयोध्या में चल रहे विकास का असर उत्तराखंड में भी दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में हरिद्वार ऋषिकेश और हल्द्वानी शहरों को सुव्यवस्थित कर सुंदर स्वरूप देने के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा चुके हैं। इन सभी निर्णयों को मूर्तमान स्वरूप देने के लिए धामी सरकार की निरंतरता, स्थिरता जरूरी है। विजन होना ही काफी नही होता, विजन को धरातल पर उतरने के लिए जनता का साथ चाहिए होता है और उत्तराखंड में ज्ञान और विकास की गंगा को बहाने के लिए धामी और मोदी हर पत्थर से टकराने के लिए तैयार हैं।

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