जब पीएम मोदी ने मंच से गुनगुनाया, झुमका गिरा रे…
एजेंसी/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के बरेली की एक जनसभा में देश के किसानों को श्रम का देवता कहकत संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘देश का किसान श्रम का देवता है. मैं उन्हें नमन करता हूं, किसान ही देश की शान हैं.’
रैली में किसानों की भीड़ देखकर गदगद दिखे पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि दूर-दूर तक चुनाव के कोई आसार नहीं हैं, इसके बावजूद इतना बड़ा जनसैलाब. जहां तक देखो, किसान ही किसान नजर आ रहे हैं. किसान ही हमारे देश की शान हैं. अगर आप मेरा साथ दें, तो चुनौतियों को अवसर में पलटा जा सकता है. राज्य सरकारें इन बातों को लागू करें, क्योंकि कृषि विभाग राज्य सरकारों के हवाले होता है.
पीएम ने की शिवराज सरकार की तारीफ
उन्होंने कहा कि जहां भी राज्य सरकार कामों में रूचि लेती है, वहां अच्छा बदलाव देखने को मिलता है. मैं यूपी सरकार और देश की सभी सरकारों से आग्रह करता हूं की किसानों के विषयों को प्राथमिकता दें. पहले कृषि क्षेत्र में एमपी का नाम नहीं था. जब से भाजपा की सरकार बनी, शिवराज सिंह चौहान ने कृषि को प्राथमिकता दी.अब एमपी का नाम 3 साल से नंबर 1 पर है.
मैं यहां किसी की आलोचना करने नहीं आया हूं, मैं तो आग्रह करने आया हूं. भारत सरकार कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए तैयार है. एक तिहाई हिस्सा कृषि का, एक तिहाई हिस्सा उद्योग का और एक तिहाई हिस्सा सर्विस सेक्टर का हो, तो विकास तेजी से होगा. मेरी सरकार से आने से पहले हमारे देश में दूध का उत्पादन होता एक हजार 375 लाख टन होता था.
इस साल दूध का उत्पादन एक हजार 465 लाख टन के हिसाब से हुआ है. यह पैसा हमारे किसानों के पास गया है. किसान के जेब में रुपए डालने से बात बनने वाली नहीं है. आज किसान को पानी मिल जाए तो मिट्टी से सोना पैदा कर दे.
अखिलेश सरकार पर बरसे मोदी
मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड को देखकर चिंता होती है, वहां पांच नदियां हैं. लेकिन पीने का पानी न हो तो चिंता होती है. इस सरकार में हमने वाटर मैनेजमेंट को प्राथमिकता दी है, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना बनाई है.
हमारे देश में मनरेगा की बातें बहुत होती हैं, पैसे आए होंगे तो जेब में गए होंगे. लेकिन किसान से पूछो तो सच्चाई पता चलेगी. हमने राज्य सरकारों से कहा है कि मनरेगा के पैसों से सिंचाई की व्यवस्था की जाए.हम चाहते हैं कि राज्य सरकार मनरेगा के पैसे का इस्तेमाल सिंचाई के लिए करे, पानी बचाने के लिए करे.
मोदी ने कहा कि जल के साथ-साथ हमें जमीन की भी चिंता करनी चाहिए, हमारी गलतियों के कारण धरती माता की तबियत खराब हो गई है. जब अनाज के भंडार खत्म होने लगे, तो पता चला कि हमने कितना अत्याचार किया है.जमीन की बीमारी का भी पता चलता है, जब हम मिट्टी का लेबोरेटरी में टेस्ट करवाएं .हम साइंस हेल्थ कार्ड देश के हर किसान के पास पहुंचाना चाहते हैं. नकली बीजों से हमें बचना चाहिए.इस बार किसी भी सीएम ने यूरिया के लिए चिट्ठी नहीं लिखी है,उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुना कर देंगे.
क्या कहा गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने-
रैली में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि खेत में भारत का किसान मेहनत करता है, पसीना बहाता है, लेकिन ओलावृष्टि और आपदा से किसान परेशान है. इसलिए पीएम ने किसानों को 2860 करोड़ की मुआवजे की राशि देने का ऐलान किया है. साथ ही किसानों के लिए फसल बीमा लागू किया है. किसानों के हित में केंद्र सरकार काम कर रही है.
इससे पहले बरेली एयरपोर्ट पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मोदी का स्वागत किया. पीएम मोदी औऱ राजनाथ सिंह दोनों साथ ही हेलीकॉप्टर से रैली स्थल पर पहुंचे.
भाजपा नेताओं ने पीएम मोदी का किया जोरदार स्वागत किया. वहीं किसान कल्याण रैली में मोदी को सुनने के लिए भारी तदद में भीड़ उमड़ी है.