सुप्रीम कोर्ट में दाखिल ED के हलफनामे पर AAP का बयान, ‘बीजेपी के राजनीतिक दल के रूप में काम कर रही ईडी’
नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनकी गिरफ्तारी को सही ठहराने के दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुप्रीम कोर्ट में अपना हलफनामा दाखिल किया है। इस हलफनामे में जांच एजेंसी ने दावा किया है कि शराब घोटाले में बड़े पैमाने पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के बाद मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि घोटाले के दौरान करीब 170 मोबाइल फोन नष्ट कर दिए गए और बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
इसके जवाब में आम आदमी पार्टी ने कहा, ”ईडी सिर्फ झूठ बोलने वाली मशीन है, जो बीजेपी की राजनीतिक शाखा के तौर पर काम कर रही है।” ईडी के पास कोई सबूत नहीं है. यह ईडी की जांच नहीं बल्कि बीजेपी की जांच है। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी ने एक बयान में कहा कि बीजेपी अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार करने से रोकना चाहती है।
ईडी ने यह भी कहा है कि आम आदमी पार्टी प्रमुख बार-बार समन की अनदेखी कर रहे थे और पूछताछ से बच रहे थे। जांच अधिकारी ने उन्हें 9 बार समन जारी किया लेकिन वह हर बार पूछताछ से बचते रहे। प्रवर्तन निदेशालय के समन को बार-बार नजरअंदाज करने और दिल्ली हाई कोर्ट से भी राहत नहीं मिलने के आरोप में अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है।
दरअसल, 15 अप्रैल को जस्टिस संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की पीठ ने जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर ईडी को नोटिस जारी किया था और जवाब मांगा था। याचिका में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने हाई कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसमें ईडी द्वारा उनकी गिरफ्तारी और हिरासत को सही ठहराया गया था।