खालिस्तानियों को लेकर एक्शन में अमेरिकी सरकार, 10 के खिलाफ लुकआउट नोटिस की तैयारी
नई दिल्ली: पिछले साल मार्च में सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुए खालिस्तान समर्थकों के हमले को लेकर अब अमेरिकी सरकार एक्शन में आ गई है। अमेरिकी संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) दूतावास हमले में शामिल 10 आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने की प्रक्रिया में है। लुकआउट नोटिस यह सुनिश्चित करेगा कि अमेरिकी एजेंसियां सक्रिय रूप से हमले में शामिल 10 आरोपियों को हिरासत में लेगी। इससे अमेरिकी अधिकारियों और बाद में भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा उनसे पूछताछ, पहचान और गिरफ्तारी की तैयारी की जाएगी।
गौरतलब है कि भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला 18 और 19 मार्च 2023 की मध्यरात्रि को हुआ था। जब कुछ कथित खालिस्तान समर्थकों ने अवैध रूप से वाणिज्य दूतावास में प्रवेश किया और आग लगाने का प्रयास किया। दूतावास की इमारत को क्षतिग्रस्त कर दिया और दूतावास के अधिकारियों को घायल कर दिया था। इसके अलावा, 18 जून 2023 को कनाडा के सुरीं में अलगाववादी खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद 1 और 2 जुलाई 2023 की मध्यरात्रि में कुछ आरोपी फिर से वाणिज्य दूतावास में घुस गए और उसे जलाने की कोशिश की थी।
एजेंसियों का रुख बदला, खालिस्तानी प्रदर्शनकारी नहीं, अपराधी
खालिस्तानी समर्थकों के लेकर अमेरिका जांच एजेंसियों के रुख में बड़ा बदलाव आया है। एफबीआई के सूत्रों ने बताया कि अमेरिका में भारतीय दूतावास पर हमले में शामिल खालिस्तानी संगठनों को अब प्रदर्शनकारी नहीं माना जाएगा, बल्कि इन्हें अपराधी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। एफबीआई कथित तौर पर ऐसे समूहों के खिलाफ आपराधिक कानूनों के अनुसार कार्रवाई की योजना बना रही है और उसने कई लोगों के नाम भी तय कर लिए हैं। इससे पहले, ऐसे खालिस्तानी समर्थक संगठनों की गतिविधियों को अमेरिका के द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दायरे में रखा जाता था।