पांचवें चरण में 49 सीटों पर चुनाव इंडिया ब्लॉक के लिए बड़ी चुनौती, पिछले चुनाव में कांग्रेस के पास सिर्फ थी एक सीट
नई दिल्ली: पांचवे चरण में 20 मई को 8 राज्यों की 49 लोकसभा सीटों पर होने जा रहा चुनाव विपक्षी इंडिया ब्लॉक के लिए बड़ी चुनौती है। जानकारों की मानें तो पांचवें चरण के चुनाव में विपक्ष अगर एन.डी.ए. को रोकने में कामयाब हो जाता है तो सत्ता संघर्ष बेहद दिलचस्प हो जाएगा। चूंकि पांचवें चरण की इन 49 सीटों में से कांग्रेस के पास मात्र रायबरेली की एक ही सीट है। सोनिया गांधी को रायबरेली में ही जीत मिली थी, जबकि अमेठी सीट राहुल गांधी के हाथ से निकल गई थी। पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीट, महाराष्ट्र की 13, पश्चिम बंगाल की 7, ओडिशा की 5, बिहार की 5, झारखंड की 3, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की 1-1 सीट पर मतदान होगा, जिसके बाद देश की कुल 428 लोकसभा सीटों पर चुनाव खत्म हो जाएगा।
49 में से भाजपा को मिली थी 32 सीटें
बीते चुनाव में उक्त 49 सीटों में से भाजपा ने 32 सीटें हासिल की थी। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को एक, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को एक, शिवसेना को 7, बीजू जनता दल (बीजद) को एक, नेशनल कॉन्फ्रेंस को एक और तृणमूल (टी.एम.सी.) को 4 सीटें मिली थी। गठबंधन की बात करें को इस चुनाव में एन.डी.ए. को 41 और यू.पी.ए. सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल हो सकी थी, जबकि अन्य को पांच सीटें मिली थीं।
उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर मतदान
पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीट पर चुनाव है। इनमें लखनऊ, मोहनलालगंज, अमेठी, रायबरेली, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, कौशांबी, फतेहपुर, गोंडा, कैसरगंज, बाराबंकी और फैजाबाद सीटें शामिल हैं। इन 14 में से 1 सीट कांग्रेस जीत सकी थी जबकि बाकी 13 सीटें भाजपा जीतने में कामयाब रही थी। इस चुनाव में भाजपा ने अपने सभी 14 सीटों पर उम्मीदवार उतार रखे हैं। उसके खिलाफ 10 सीट पर सपा उम्मीदवार और चार सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मैदान हैं। बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) भी सभी 14 सीट पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस के पास रायबरेली सीट को बचाए रखने के साथ-साथ अपने कोटे की चार में से ज्यादातर सीटें जीतने की चुनौती होगी।
बिहार और झारखंड में 8 सीटों पर चुनाव
पांचवें चरण में बिहार की 5 और झारखंड की 3 सीट पर भी मतदान है। बिहार में सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर सीटों पर चुनाव है। 2019 में इन सभी सीटों पर एन.डी.ए. कब्जा रहा था। जमाने में कामयाब रही थी, जिसमें जदयू-लोजपा एक-एक सीट और भाजपा तीन सीटें जीतने में सफल रही थी। झारखंड की जिन तीन सीट पर चुनाव हो रहे हैं, उन सभी पर भाजपा का कब्जा है। इनमें चतरा, कोडरमा और हजारीबाग सीट पर इंडिया गठबंधन और एन.डी.ए. के बीच कांटे की मुकाबला है।
महाराष्ट्र में भी बदले हैं समीकरण
महाराष्ट्र में पांचवे चरण में 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव है, जिसमें धुले, डिंडोरी, नासिक, कल्याण, पालघर, भिवंडी, ठाणे, मुंबई उत्तर, मुंबई उत्तर पूर्व, मुंबई दक्षिण मध्य, मुंबई दक्षिण, मुंबई उत्तर पश्चिम और मुंबई उत्तर मध्य सीट शामिल हैं। 2019 में इन 13 में से सात सीटें शिवसेना जीतने में कामयाब रही थी और बीजेपी 6 सीटें जीतने में सफल रही थी। इस बार महाराष्ट्र में चुनाव भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है, क्योंकि शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच विभाजन से राज्य में समीकरण बदले हुए हैं।
बंगाल और ओडिशा में भी निपटेगा चुनाव
पश्चिम बंगाल की सात लोकसभा सीटों बनगांव, हावड़ा, उलूबेरिया, श्रीरामपुर, हुगली, आरामबाग और बैरकपुर में भी पांचवें चरण में ही चुनाव है। 2019 में इन 7 में से चार सीटें टीएमसी जीतने में कामयाब रही थी जबकि भाजपा केवल 3 सीटें ही जीत सकी थी। पिछली बार की तरह इस बार भी कांटे की फाइट मानी जा रही है। वहीं, ओडिशा के पांच लोकसभा सीटों पर पांचवे चरण में चुनाव है। इस चरण में बारगढ़, सुंदरगढ़, बोलंगीर, कंधमाल और अस्का सीट शामिल है। 2019 में इन पांच से चार सीटें भाजपा जीतने में सफल रही थी जबकि बीजद एक ही सीट जीत सकी थी।