पंजाब

लोकसभा चुनाव : प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की ड्यूटियां की रद्द

अमृतसर : जिला प्रशासन द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान सरकारी मेडिकल कॉलेज के अधीन चलने वाले सरकारी अस्पतालों के 125 डॉक्टरों की लगाई गई ड्यूटियां रद्द कर दी हैं। प्रशासन द्वारा इस संबंधी अधिकारियों को लिखती पत्र भी जारी कर दिए हैं, लेकिन दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग के 250 के करीब कर्मचारियों की ड्यूटियां अभी नहीं काटी गई हैं।

जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल डायरेक्टर सहित 125 वरिष्ठ डॉक्टरों की चुनाव में ड्यूटी लगा दी थी। कालेज प्रशासन मुख्य चुनाव कमीशन की हिदायतों बारे अवगत करवाते जिला प्रशासन को ड्यूटियां रद्द करने की अपील की गई थी। इसके अलावा कॉलेज के अधिकारियों ने स्पष्ट किया था कि अगर इतने बड़े स्तर पर डॉक्टरों की ड्यूटियां चुनाव में लग जाएगी तो सेहत सेवाएं प्रभावित हो सकती है, जिसके बाद प्रशासन ने हरकत में आते हुई तुरंत संबंधित अधिकारियों को डॉक्टरों की ड्यूटियां रद्द करने के निर्देश जारी किए।

जगबाणी ने भी डॉक्टरों की ड्यूटियां लगाए जाने संबंधी खबर प्रकाशित की गई है, लेकिन दूसरी ओर, प्रशासन ने अभी भी स्वास्थ्य विभाग के लगभग 250 कर्मचारियों की ड्यूटी में कटौती नहीं की है, इन ड्यूटियों में डॉक्टर और विभिन्न कर्मचारी श्रेणियां शामिल हैं। गत दिवस विभाग के अधिकारी डिप्टी कमिश्नर को भी मिले थे और उनके ध्यान में लाया गया था कि 40 कर्मचारी तो ऐसे हैं, जो बेहद जरूरी है, उनकी ड्यूटी पहल के आधार पर काटी जाएगी, नहीं तो आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन ने अभी तक 40 शेष कर्मचारियों की ड्यूटियां नहीं काटी हैं। मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों की ड्यूटियां रद्द होने के बाद आज कोई भी डाक्टर चुनाव रिहर्यल पर नहीं गए हैं।

उधर, दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की ड्यूटियां काटे जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी द्वारा जितनी विश्वविद्यालय का ही मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों की ड्यूटियां रद्द होने के बाद आज कोई भी डाक्टर चुनाव रिहर्सल पर नहीं गए हैं। उधर, दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की ड्यूटी काटे जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने फिर से अधिकारी से ड्यूटी काटने की अपील की है। चुनाव को देखते हुए प्रशासन की ओर से सभी विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। शिक्षा विभाग के 5 हजार से ज्यादा टीचरों व प्रिंसीपलों की ड्यूटी लगाई गई हैं। इसके अलावा अन्य विभिन्न विभागों के कर्मचारियों व अधिकारियों की भी तैनाती की गई है। चुनाव में सेहत सेवाओं के साथ जुड़े अधिकारियों व पैरा-मेडिकल स्टाफ, टैक्नीशियन को ड्यूटी में राहत दी गई है।

पैरा-मेडिकल सेहत व कर्मचारी यूनियन द्वारा गत दिवस मुख्य चुनाव अधिकारी के साथ बैठक की और उनके ध्यान में लाया कि पंजाब भर में बड़े स्तर पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिसके बाद आयोग द्वारा पत्र जारी करते हुए चुनाव डयूटी से मेडिकल स्टाफ सहित डाक्टर नर्स ए.एन. आदि को राहत दी गई। इसके अलावा कमीशन ने समूह रिटर्निंग ऑफिसर पंजाब को एक पत्र भी जारी किया है, लेकिन इन सबके बावजूद डॉक्टरों सहित स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कर्मचारियों की ड्यूटी आना हैरानी वाली बात है।

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