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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बड़ा ऐलान, सुनीता कभी नहीं लड़ेंगी चुनाव, वजह भी बताई

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक बड़ा ऐलान किया है। अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल भविष्य में चुनाव नहीं लड़ेंगी। अरविंद केजरीवाल ने इसकी वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि सक्रिय राजनीति में सुनीता की कोई दिलचस्पी नहीं है। केजरीवाल ने यह ऐलान ऐसे वक्त किया है जब वह सुप्रीम कोर्ट की ओर से दी गई अंतरिम जमानत पर हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद सुनीता केजरीवाल सार्वजनिक रूप से आक्रामक रूप से सामने आई थीं।

मेरे जैसे सनकी को बर्दाश्त करना आसान नहीं
एक निजी न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में अरविंद केजरीवाल ने कहा- मेरे जीवन के हर पड़ाव पर सुनीता ने मेरा साथ दिया है। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके जैसा जीवन साथी मिला। मेरे जैसे सनकी व्यक्ति को बर्दाश्त करना आसान नहीं है। इस इंटरव्यू में केजरीवाल ने कई विषयों पर बेबाक अंदाज में बात की। उन्होंने यह भी बताया कि उन पर लगे गंभीर आरोपों के बीच उनका परिवार किस दौर से गुजर रहा है। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों में इंडिया ब्लॉक की संभावनाओं पर भी राय रखी।

अरविंद केजरीवाल ने कहा- मैंने साल 2000 में दिल्ली की झुग्गियों में काम करने के लिए आयकर आयुक्त के रूप में अपनी नौकरी से छुट्टी ली थी। फिर इस्तीफा दे दिया ताकि सामाजिक कार्यों के लिए पूरा समय दे सकूं। आप सोच सकते हैं तब सुनीता पर क्या गुजरी होगी। मुझे तब कोई अंदाजा नहीं था कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा या कोई पार्टी बनाऊंगा, चुनाव लड़ूंगा। मैं बस प्रेरित था और 10 साल तक काम करता रहा। इस दौरान सुनीता ने मेरा भरपूर साथ दिया।

बता दें कि केजरीवाल को 21 मार्च को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पूर्व आयकर अधिकारी सुनीता केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के केंद्र में जगह बना ली थी। केजरीवाल के जेल में रहने के दौरान सुनीता ने जेल से केजरीवाल का संदेश पढ़ा था और विपक्ष की रैलियों में भाषण दिए थे। उन्होंने आम आदमी पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए कई रोड शो भी किए थे। यह पूछे जाने पर कि क्या सुनीता केजरीवाल अपनी राजनीतिक भूमिका जारी रखेंगी?

सुनीता नहीं लड़ेंगी चुनाव, पॉलिटिक्स में उनकी दिलचस्पी नहीं
केजरीवाल ने कहा कि जब मुझे गिरफ्तार किया गया था, तो सुनीता ने मेरे और दिल्ली के नागरिकों के बीच एक सेतु का काम किया था। यह अस्थायी था। सुनीता को राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है। भविष्य में भी इसकी कोई संभावना नहीं है कि वह चुनाव लड़ेंगी। यह पूछे जाने पर कि क्या आपके जेल में वापस जाने बाद सुनीता केजरीवाल अपना काम जारी रखेंगी। केजरीवाल ने कहा- हम जेल में सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे ताकि मैं मुख्यमंत्री के रूप में अपना काम जारी रख सकूं।

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