ईरान की पवित्र शिया दरगाह में सुपुर्द-ए-खाक किए गए दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, हेलिकॉप्टर क्रैश में हुई थी मौत
दुबईः ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को देश की सबसे पवित्र शिया दरगाह में बृहस्पतिवार को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उनकी कुछ दिन पहले हेलीकॉप्टर दुर्घटना में विदेश मंत्री तथा छह अन्य लोगों के साथ मृत्यु हो गई थी। रईसी को मशहद स्थित इमाम रज़ा दरगाह के अंदर एक कब्र में दफनाया गया है। इस दरगाह में शिया समुदाय के आठवें इमाम दफन हैं।
साल 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद रईसी पहले शीर्ष सरकारी अधिकारी हैं जिन्हें इस दरगाह में दफनाया गया है। वह पहले दरगाह और उससे जुड़े एक परोपकारी फाउंडेशन का जिम्मा संभाल चुके थे। रविवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में 63 वर्षीय रईसी, विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन और छह अन्य की मौत हो गई थी।
रईसी ने लिए थे कड़े फैसले
हालांकि इनके जनाजे में उतनी भीड़ शामिल नहीं हुई, जितनी साल 2020 में बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद के जनाजे में थी।इसके पीछे रईसी को लेकर लोगों की भावनाएं एक संभावित संकेत हो सकती है। रईसी सरकार ने साल 2022 में महसा अमीनी की मौत को लेकर हुए प्रदर्शनों के दौरान सख्त कार्रवाई की थी, जिसे लेकर लोगों में गुस्सा था। अमीनी को ईरान की महिलाओं के लिए अनिवार्य हिजाब कथित तौर पर नहीं पहनने के लिए हिरासत में लिया गया था।