शनि शिंगणापुर मंदिर के मुख्य हिस्से में महिलाओं के प्रवेश पर निषेध
दस्तक टाइम्स एजेंसी/ मुंबई: महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में शनि शिंगणापुर मंदिर के मुख्य हिस्से में महिलाओं के प्रवेश पर निषेध लगाने वाली सदियों पुरानी पंरपरा को चुनौती देने के लिए बंबई उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है।
विद्या बल और नीलिमा वार्ता नाम की दो महिला कार्यकर्ताओं ने एक जनहित याचिका दायर कर राज्य सरकार और मंदिर प्रशासन को यह निर्देश देने की मांग की है कि प्रतिबंध को खत्म करना सुनिश्चित किया जाए और महिलाओं को न सिर्फ मंदिर के अंदर बल्कि पवित्र स्थल में भी प्रवेश दिया जाए।
…प्रतिबंध लैंगिक भेदभाव बढ़ाता है
याचिका में दावा किया गया है कि प्रतिबंध मनमाना, गैरकानूनी और नागरिक के मूल अधिकारों का उल्लंघन करता है। इसके अलावा ऐसा कोई प्रतिबंध लैंगिक भेदभाव को भी बढ़ाता है।
सदियों पुरानी परंपरा के मुताबिक महिलाओं को 2011 तक शनि मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं थी। हालांकि तर्कवादियों के व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जाने के बाद महिलाओं को सिर्फ मंदिर में प्रवेश की इजाजत मिली, लेकिन उन्हें मुख्य स्थान से प्रतिबंधित रखा गया।
आज महिलाओं को चबूतरे पर चढ़ने की इजाजत नहीं है जहां शनि देव की पत्थर की मूर्ति स्थापित है। यह याचिका आने वाले समय में न्यायमूर्ति एनएच पाटिल और न्यायमूर्ति एए सैयद की पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए आएगी।