राज्य

हिंसा का खौफनाक सच, दुबई-चीन के केमिकल से जलाया हरियाणा

jat-protest-and-voilence-56cd8125833ce_exlstदस्तक टाइम्स एजेंसी/हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की जांच की गई तो सच खुलकर सामने आ गया और सनसनीखेज खुलासे हुए। सबसे बड़ी बात ये कि आरक्षण आंदोलन की आड़ में उपद्रव फैलाने की साजिश पहले ही रच दी गई थी। आगजनी के लिए दुबई के बर्निंग कोल (ज्वलनशील कोयला) और चाइना मेड केमिकल का इस्तेमाल किया गया।

इसके सहारे ही रोहतक समेत कई जिलों में आगजनी हुई है। जिन जगहों पर आगजनी की गई है, उनमें से कई जगह पर बर्निंग कोल और केमिकल के खाली पैकेट मिले हैं। रोहतक में मिले ऐसे पैकेटों को विधायक मनीष ग्रोवर ने हाईकमान को सौंपा है। इस पर सीएम और वित्तमंत्री ने खुद संज्ञान लिया है और जांच शुरू करा दी है।

रोहतक समेत कई जगह आगजनी में ऐसा ज्वलनशील कोयला और केमिकल का इस्तेमाल किया गया है जो दुबई और चाइना मेड है। उस कोयले और केमिकल के सहारे ही दुकानों, शोरूम, फैक्ट्री, वाहनों और सरकारी कार्यालयों को जलाया गया है। प्रदेश के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने अभी तक की जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर इसका खुलासा किया है।

वित्तमंत्री के अनुसार जिन जगहों पर आगजनी की घटनाएं हुई हैं, उनमें से कई जगह दुबई मेड बर्निंग कोल और चाइना मेड केमिकल के खाली पैकेट मिले हैं। र्निंग कोल और केमिकल को बेहद खतरनाक बताया जा रहा है। इनमें आग लगाकर दुकान या अन्य किसी बिल्डिंग में फेंक दिया जाए तो वह पूरी तरह जलकर राख हो जाता है। भाजपा विधायक मनीष ग्रोवर ने ऐसे पैकेट सीएम मनोहर लाल खट्टर को सौंपे हैं। इस दौरान उनके साथ वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु भी थे।

वित्तमंत्री ने खुलासा किया कि कुछ ऐसे फोन नंबर भी ट्रेस हुए हैं जो उपद्रव के दौरान ही हरियाणा के कई जिलों में दूसरे प्रदेशों से आए। ये लोग घटनाओें को अंजाम देकर वापस चले गए।

ऐसे में जांच का विषय है कि जबसभी रास्ते जाम थे तो उपद्रवियों की गाड़ियां रोहतक या अन्य जिलों तक कैसे पहुंची? कई जगहों पर आगजनी के लिए पेट्रोल बम बनाकर इस्तेमाल किया गया है, उसमें भी पेशेवर उपद्रवियों को हाथ माना जा रहा है।

रोहतक समेत कई जिलों में बर्निंग कोल का इस्तेमाल
जहां भी आगजनी हुई है उनमें से कई जगहों पर दुबई मेड बर्निंग कोल और चाइना मेड केमिकल के खाली पैकेट मिले हैं। उन पैकेट को विधायक मनीष ग्रोवर ने सीएम को सौंपा है। जांच शुरू हो गई है। कुछ संदिग्ध लोग गाड़ियों से हरियाणा में आए थे। उनके मोबाइल नंबर भी ट्रेस किए जा रहे हैं। इससे साफ है कि प्रदेश में उपद्रव फैलाने की पूर्वनियोजित साजिश थी।

Related Articles

Back to top button