भारत-कंबोडिया मिलकर व्यापार और पर्यटन को देंगे बढ़ावा, दूसरी मीटिंग में अहम मुद्दों पर की चर्चा
नई दिल्ली: भारत और कंबोडिया ने व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पारंपरिक चिकित्सा और ई-गवर्नेंस में सहयोग, नए उत्पादों की पहचान, द्विपक्षीय निवेश संधि, भारतीय फार्माकोपिया की मान्यता और फार्मा क्षेत्र में सहयोग पर विचार-विमर्श किया।
भारत द्वारा आयोजित की गई JWGTI की दूसरी बैठक
बता दें कि वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि व्यापार और निवेश पर भारत-कंबोडिया संयुक्त कार्य समूह (JWGTI) की दूसरी बैठक भारत द्वारा आयोजित की गई थी। इस बैठक में भारत सरकार के संयुक्त सचिव सिद्धार्थ महाजन ने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ाने के उपायों का उल्लेख किया। इसके साथ ही आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग और सहभागिता के लिए तंत्र बनाने पर भी जोर दिया।
बैठक में इन मुद्दों पर की गई चर्चा
बैठक में पारंपरिक चिकित्सा और ई-गवर्नेंस में सहयोग, नए उत्पादों की पहचान करके व्यापार बास्केट के विविधीकरण, द्विपक्षीय निवेश संधि, भारतीय फार्माकोपिया की मान्यता और फार्मा क्षेत्र में सहयोग पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) आधारित डिजिटल भुगतान में सहयोग के लिए चल रहे प्रयासों की प्रगति पर चर्चा की गई।
इस दौरान कंबोडियाई पक्ष ने भारतीय व्यवसायों के लिए कंबोडिया द्वारा प्रस्तुत अनेक निवेश अवसरों के बारे में विस्तार से बताया। इस बैठक की सह-अध्यक्षता वाणिज्य विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त सचिव सिद्धार्थ महाजन तथा वाणिज्य मंत्रालय, कंबोडिया के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार महानिदेशक लोंग केमविचेट ने की। बैठक में हितधारक मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
जुलाई 2022 में आयोजित की गई थी JWGTI की पहली वर्चुअली मीटिंग
बता दें कि JWGTI ने व्यापार के विस्तार को सुगम बनाने और निवेश को बढ़ावा देने के लिए व्यापार के मूल्य और मात्रा में सुधार के विभिन्न उपायों पर चर्चा की। दोनों पक्ष ठोस पारस्परिक लाभ के लिए अधिक बातचीत की आवश्यकता पर एकमत थे। पहली बार जुलाई 2022 में JWGTI की वर्चुअली आयोजित किया गया था। जिसके बाद JWGTI की पहली भौतिक बैठक हुई थी।