अन्तर्राष्ट्रीय

कनाडा के सदन में आतंकी निज्जर को श्रद्धांजलि देने के मामले में पी.एम. ट्रूडो ने लिया संज्ञान

नई दिल्ली: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यालय ने सरी स्थित रेडियो इंडिया के प्रबंध निदेशक मनिंदर गिल के उस पत्र का संज्ञान ले लिया है, जिसमें हाउस ऑफ कॉमन में स्पीकर द्वारा खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को श्रद्धांजलि देने का विरोध किया गया है। निज्जर की सरी में बीते साल एक गोलीबारी की घटना में मौत हो गई थी। मनिंदर गिल के पत्र का जबाव देते हुए ट्रूडो के कार्यालय के कार्यकारी पत्राचार अधिकारी जे.गेंज ने आश्वासन दिया है कि उनके पत्र में की गई टिप्पणियों की समीक्षा की गई है और इसे अब डोमिनिक लेब्लांक, सार्वजनिक सुरक्षा, लोकतांत्रिक संस्थाओं और अंतर-सरकारी मामलों के मंत्री को उनकी जानकारी और विचार के लिए भेजा जाएगा। जे. गेंज ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मामला संज्ञान में लाने के लिए धन्यवाद भी किया है।

गिल ने पत्र में क्या लिखा?
रेडियो इंडिया के प्रबंध निदेशक मनिंदर गिल ने जस्टिन ट्रूडो को लिखे पत्र में अपने विचार रखते हुए कहा था कि 23 जून हर कनाडाई के लिए बहुत ही दुखद है, क्योंकि हम इस दिन उन 329 लोगों को याद करते हैं जिन्होंने ने कनिष्क बम विस्फोट में अपनी जान गंवा दी थी। उन्होंने लिखा कि विमानन इतिहास में सबसे भयानक आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार चरमपंथी विचारधारा को हाउस ऑफ कॉमन्स द्वारा वैधता प्रदान की गई। बीते 19 जून हाउस ऑफ कॉमन्स में स्पीकर ने सदन के सदस्यों से आग्रह किया कि जिस हरदीप सिंह निज्जर की पिछले साल सरी में हत्या कर दी गई थी, उसकी याद में खड़े होकर मौन रखा जाए। गिल ने इस घटनाक्रम पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हरदीप निज्जर की जघन्य हत्या अक्षम्य है और इस अपराध के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। हालांकि हाउस ऑफ कॉमन्स में सम्मान प्राप्त करने वाले किसी भी व्यक्ति का चरित्र बेदाग होना चाहिए। हाउस ऑफ कॉमन्स एक राष्ट्र के रूप में कनाडा और क्राउन की पवित्रता का प्रतिनिधित्व करता है।

निज्जर के आतंकी संबंधों का जिक्र
ग्लोब एंड मेल में प्रकाशित एक रिपोर्ट का हवाले देते हुए मनिंदर गिल ने ट्रूडो को लिखा कि इस लेख में कहा गया है कि हरदीप निज्जर लोगों से हथियार उठाने का आह्वान किया और उन लोगों का मजाक उड़ाया जो शांतिपूर्ण सक्रियता में विश्वास करते थे। लेख में आगे बताया गया है कि वह व्यक्ति चरमपंथ में डूबा हुआ था। उसके आतंकवादियों और सामूहिक हत्यारों के साथ घनिष्ठ संबंध थे। उसे पाकिस्तान की अपनी एक कथित यात्रा में ए.के.47 असॉल्ट राइफल चलाते हुए भी देखा जा सकता है। यह भी आरोप है कि वह नकली पासपोर्ट पर कनाडा आया था। गिल ने लिखा कि एक कनाडाई के रूप में मुझे यह जानकर दुख होता है कि ऐसे व्यक्ति को हाउस ऑफ़ कॉमन्स में सम्मानित किया गया है।

निज्जर को सम्मानित करने की प्रक्रिया पर सवाल
उन्होंने पत्र में कहा कि हाउस ऑफ कॉमन्स में एक नाजी को सम्मानित करने के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि हाउस ऑफ कॉमन्स में आमंत्रित या सम्मानित किए जाने वाले व्यक्तियों की जांच करने के लिए किसी प्रकार की प्रक्रिया विकसित की जाएगी, लेकिन इस घटनाक्रम से विपरीत संकेत मिल रहे हैं। रेडियो इंडिया के प्रबंध निदेशक ने कहा है कि क्या ट्रूडो सभी कनाडाई लोगों को यह बताना चाहेंगे, कि इस निर्णय तक पहुंचने के लिए किस तरह की प्रक्रिया अपनाई गई। इस कदम से पहले किस तरह की चर्चा हुई और यह समझौता कैसे हुआ? उन्होंने पत्र में लिखा कि यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप सरकार को जवाबदेह ठहराएं और जनहित की रक्षा करें।

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