MP : ट्रेन की चपेट में आकर घायल हुए दो शावकों को एक डिब्बे की विशेष ट्रेन भोपाल भेजा
सीहोर : बुदनी वन परिक्षेत्र के मिडघाट में ट्रेन की चपेट में आने से एक नर शावक का बुधनी में पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया गया। जबकि दो घायल शावकों को इलाज के लिए एक डिब्बे की विशेष ट्रेन से भोपाल भेज कर अस्पताल में भर्ती किया गया।
जानकारी अनुसार 15 जुलाई को सुबह करीब 6 बजे सीहोर जिले के बुदनी के मिडघाट रेलवे ट्रैक पर बाघिन के तीन शावक ट्रेन की चपेट में आ गए थे। इस दुर्घटना में एक शावक की मृत्यु हो गई। दो शावक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटना की सूचना मिलते ही वन्य प्राणी चिकित्सकों की टीम घटना स्थल पर पहुंची। दोनों घायल शावकों की सूचना वन मिलने को बाद लगभग 28 घंटे तक इलाज नहीं मिलने की स्थिति में तड़पते रहे। वन विभाग के आला अधिकारियों की यह बहुत बड़ी लापरवाही है। डीएफओ और उनके अधिकारी भी सूचना मिलने के बाद काफी देर से पहुंचे।
सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात तो यह है कि जब अंधेरा होने लगा तो दोनों घायल शावकों को घटनास्थल पर ही बिना सुरक्षा के उनके ही हाल पर छोड़ दिया गया। जबकि घटनास्थल के आसपास जंगली खूंखार जानवर जंगली कुत्ते, भालू रहते हैं जो दोनों घायल सेवकों को हमला कर उनकी जान भी ले सकते थे। स्थिति को देखते डीएफओ, सेवा की जवानों की भी मदद ले सकते थे। परंतु 28 घंटे तक उन्हें इलाज नहीं मिल सका।
हालाकि सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भोपाल स्थित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों से इस संबंध में संपर्क किया। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने एक डिब्बे की विशेष ट्रेन आज दोपहर बुधनी के घटनास्थल मिडघाट तक भेजी। घायल दोनों मादा शावकों को ट्रेन से भोपाल लाया गया।
भोपाल लाकर शावाकों का इलाज चल रहा है। घायल शावकों के पास कल शाम को उनकी मां बाघिन आ गई जिससे भगदड़ मच गई। जिसमें बुधनी की एसडीओ सुकृति ओसवाल गिरकर घायल हो गई थी। जाबांज महिला अधिकारी को सूचना मिलने पर अकेली मालगाड़ी से घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंच गई थी, जबकि वरिष्ठ अधिकारी लेट लतीफ शाम को पहुंचे।