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ऐसा रुतबा, जिस पर गर्व नहीं, पंजाब अब शराब पीने में होगा नंबर-1

dr_1457392502दस्तक टाइम्स एजेंसी/चंडीगढ़।देश में शराब की सबसे ज्यादा खपत के लिए बदनाम है केरल, अगले महीने से नहीं रहेगा। ये कलंक अब पंजाबियों के माथे पर लगने वाला है। 31 मार्च के बाद। पंजाब सरकार शराब कोटा बिल्कुल भी न बढ़ाए, तब भी। अभी 12 बोतल प्रति व्यक्ति सालाना खपत वाला पंजाब अप्रैल से 13 का आंकड़ा छू लेगा। 22 महीने पहले जब केरल ने एल्कोहल फ्री अभियान की शुरुआत की थी तो वहां प्रति व्यक्ति खपत 17 और पंजाब में 11 बोतल थी। अब केरल में 13 है। अप्रैल से 11 बोतल हो जाएगी।
 
 
कारण बहुत साफ है-शराबखोरी मिटाने की स्पष्ट पॉलिसी, जो पंजाब में नहीं है। केरल ने एल्काेहल फ्री होने की दिशा में पिछले 22 महीने (अप्रैल 2014 से जनवरी 2016 तक) 730 बार बंद कराए। 20% कोटा घटाया। एक अप्रैल से 10% और घटाएगा, ये भी पॅालिसी में पहले से मेंशन है। जबकि, इधर पंजाब में इन 22 महीनों में शराब का कोटा 16% बढ़ा है। 1 अप्रैल से 5% कोटा और बढ़ाने की तैयारी है। ऐसा हुआ तो प्रति व्यक्ति खपत 13 बोतल हो सकती है।
 
कैप्टन सरकार में 6 डिस्टलरीज थीं, अकाली-भाजपा सरकार ने 9 साल में 16 कर दीं…
डिस्टलरीज: 1947 में एक। 2000 तक चार। कैप्टन सरकार में 6 हुई। अकाली-भाजपा में 16 हुई।
शराब कोटा : 2000-2001 में 5.17 करोड़ प्रूफ लीटर था। 2015-16 में 14.30 करोड़ प्रूफ लीटर।
खपत: 2000- 01 में चार, 2015-16 में 12 बोतल प्रति व्यक्ति हो गई।
 
केरल ऐसे धो रहा कलंक
{साल में 20 ड्राई डे मनाने शुरू किए।
{95% सेल 306 सरकारी स्टोर्स से।
{हर सेल का कंप्यूटराज्ड बिल।
{22 महीने में कोटा 20% घटाया
{730 बार बंद किए दो साल में।
 
 
इधर, पंजाब का यह हाल
{साल में सिर्फ एक ड्राई-डे, 2 अक्टूबर।
{90% सेल 6,464 ठेकों से।
{ठेकों पर कोई बिलिंग सिस्टम नहीं।
{22 महीने में 16% बढ़ा कोटा।
{ठेके कम करने की पहल नहीं।
 
(केरल के आबकारी मंत्री के. बाबू ने भास्कर काे बताया कि एकदम बैन लगाने से सालाना 8000 करोड़ का नुकसान होता। इसलिए हर साल हार्ड लिकर का कोटा 10% घटाया जा रहा है। 2023 तक हम एल्कोहल फ्री राज्य हो जाएंगे।)
 
 
सुखबीर बादल ने जोड़ा सियासी एंगल…
सवाल: शराब में पंजाब केरल से आगे निकलने वाला है, कारण क्या है?
जवाब: खपत इतनी नहीं बढ़ी है। पंजाब से काफी शराब गुजरात जाती है।
सवाल: अापकी सरकार ने बढ़ावा दिया, तभी तो 16 डिस्टलरीज हो गईं। कैप्टन सरकार के वक्त 6 थीं।
जवाब: सारी शराब पंजाब में नहीं खप रही। दूसरे राज्यों में भी जा रही है।
सवाल: शराब पीकर गाड़ी चलाने से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। कैसे राेकेंगे?
जवाब: शराब की वजह से नहीं, लापरवाही के कारण ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। सड़कें 4-6 लेन की जा रही हैं।
सवाल: खपत इसलिए बढ़ी है, क्योंकि शराब का कारोबार पूरी तरह से अकाली और कांग्रेसी नेताओं के शिकंजे में है।
जवाब: ज्यादातर लोग पहले से शराब के कारोबारी हैं। नेता बाद में बने। फरीदकोट से हमारे एमएलए दीप मल्होत्रा का 17 राज्यों में शराब का कारोबार 40 साल से है।

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