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72 घंटों में 580 किमी दौड़ते हुए हरिद्वार से बीकानेर पहुंचे कांवड़िए, भव्य स्वागत

नई दिल्ली: सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा का दौर जारी है। इस दौरान, शिवभक्त अपने इष्टदेव महादेव की पूजा के लिए पवित्र जल को कांवड़ में लेकर जाते हैं और भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं। बीकानेर के 41 कांवड़ियों ने इस श्रद्धा को बेमिसाल साबित किया है।

हरिद्वार से बीकानेर तक की कठिन यात्रा
बीकानेर के 41 कांवड़ियों का एक दल 2 अगस्त को हरिद्वार से 2 लीटर की कांवड़ लेकर रवाना हुआ। इस यात्रा में उन्होंने 580 किलोमीटर की दूरी को 72 घंटों में दौड़ते हुए तय किया। कांवड़ियों का यह दल बिना रुके और बिना थके दौड़ते हुए बीकानेर पहुंचा। इन कांवड़ियों में सुजानदेसर, गंगाशहर, श्रीरामसर, नत्थूसर बास और अन्य क्षेत्रों के नवयुवक शामिल थे। उनके साथ दस से अधिक सेवादार भी थे, जो यात्रा के दौरान उनकी सेवा में लगे रहे।

कांवड़ियों का भव्य स्वागत
जब कांवड़ियों का दल बीकानेर की सीमा में दाखिल हुआ, तो उन्हें हल्दीराम प्याऊ से लेकर नर्वदेश्वर महादेव मंदिर, रामबाग तक दर्जनों स्थानों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित, पार्षद मुकेश पंवार और शहरवासियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। नर्वदेश्वर महादेव मंदिर में कांवड़ियों का अभिषेक और पूजन किया गया। इसके साथ ही महाप्रसाद का आयोजन भी हुआ। माली सैनी सामूहिक विवाह संस्थान की ओर से कांवड़ियों का सम्मान भी किया गया।

यात्रा में शामिल कांवड़िए
इस कठिन यात्रा में कई कांवड़िए शामिल थे, जिनमें प्रणव गहलोत, अशोक पंवार, जॉनी गहलोत, भगत गहलोत, भवानी पंवार, सुनील पंवार, मनीष गहलोत, रजत सांखला, महावीर चौधरी, सेवाराम सोलंकी, गौतम सांखला, आनंद गहलोत, कैलाश सोनी, अंशुल गहलोत, नवल स्वामी, पवन खड़गावत, रजत गहलोत, अशोक गहलोत, कैलाश पंवार, दुष्यंत पंवार, कैलाश कुमावत, नारायण गहलोत, सुरेश कच्छावा, अनिल सोलंकी, मंगल सोलंकी, शनि सोलंकी, विष्णु सोलंकी, मूलचंद गहलोत, अर्जुन गहलोत, अवण भाटी, गोपाल भाटी, रूप भाटी, राधे खडगावत, धनश्याम भाटी, गणेश तंवर, पवन रामावत, चंदन नाथ करण सोलंकी, शिव सुथार आदि शामिल थे। इस भव्य स्वागत और श्रद्धा से भरी यात्रा ने कांवड़ियों के उत्साह और शिवभक्ति को उजागर किया।

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