स्वीडन के गोथेनबर्ग पहुंचा भारतीय नौसेना का जहाज तबर :
नई दिल्ली ( दस्तक ब्यूरो) : इंडियन नेवी अपने कौशल और बहुपक्षीय सहयोग भावना के लिए जानी जाती है। भारतीय नौसेना को मजबूत करने, उसे उत्कृष्ट कार्यशैली को सीखने के उद्देश्य से भारतीय नौसेना के जहाजों का आना जाना दुनिया भर के देशों में लगा रहता है। भारतीय नौसेना एक ब्लू नेवी फोर्स के रूप में दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेना में से एक बनने की मंशा रखती है और इसी कड़ी में कैप्टन एमआर हरीश की कमान में भारतीय नौसेना का फ्रंटलाइन स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस तबर हाल ही में दो दिवसीय यात्रा पर स्वीडन के गोथेनबर्ग पहुंचा।
भारत और स्वीडन के बीच मधुर द्विपक्षीय राजनयिक संबंध हैं, जिसका दायरा रक्षा संबंध सहित विविध क्षेत्रों में फैला हुआ है। आईएनएस तबर की स्वीडन के गोथेनबर्ग की इस यात्रा का उद्देश्य इन संबंधों को मजबूत करना और समुद्री क्षेत्र संबंधों को और बेहतर करने के नए रास्ते तलाशना है। आईएनएस तबर हथियारों एवं सेंसरों के विविध रेंज से लैस है और भारतीय नौसेना के शुरुआती स्टील्थ फ्रिगेट का हिस्सा है।
यह जहाज भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े में शामिल है, जो पश्चिमी नौसेना कमान के तहत मुंबई में स्थित है। इसके अलावा, यह जहाज स्वीडन के गोथेनबर्ग में अपने इनबाउंड ट्रांजिट के दौरान स्वीडन की नौसेना के जहाज एचएमएस मुंटर के साथ एक समुद्री साझेदारी अभ्यास किया। इस अभ्यास में विजुअल सिग्नलिंग और एस्कॉर्ट ऑपरेशन शामिल थे।
इस जहाज का चालक दल स्वीडन की नौसेना के साथ विभिन्न द्विपक्षीय पेशेवर बातचीत में भाग लेगा। इन बैठकों का उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देना है। भारतीय नौसेना दुनिया भर की नौसेनाओं के साथ साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।