उत्तर प्रदेशराज्यलखनऊ

कांग्रेस के स्ट्रैटजिस्ट बने प्रशांत, BJP को प्राइमरी तो SP को बताया सेकेंडरी टारगेट

lko-1_1457619834लखनऊ. नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के बाद कांग्रेस के इलेक्शन स्ट्रैटजिस्ट बने प्रशांत किशोर ने बीजेपी को प्राइमरी और सपा को सेकेंडरी टारगेट बताया है। गुरुवार को उन्होंने कहा, “मैं एक ऐसी पार्टी खड़ी करना चाहता हूं, जिसकी 2017 में यूपी में सरकार बने। सिर्फ नंबर बढ़ाना मेरा मकसद नहीं है।” प्रशांत यूपी असेंबली इलेक्शन-2017 को लेकर लखनऊ में हुए कांग्रेस की मीटिंग में बोल रहे थे। ट्रिपल एम से है मुकाबला…

 
– प्रशांत किशोर ने कहा, “हमारा मुकाबला ट्रि‍पल एम (मोदी, माया, मुलायम) से है। इसलि‍ए इसमें सभी को तैयार रहना होगा। सब मि‍लजुल कर ईमानदारी से काम करें तो जीत पक्‍की है।”
– कांग्रेस वर्कर्स से कहा, “मायूस होने की जरूरत नहीं है। सभी लोग नई एनर्जी के साथ पार्टी को मजबूत करने में को-ऑपरेट करें।”
– प्रशांत कि‍शोर की स्ट्रैटजी को लेकर कुछ कांग्रेसी लीडर फीड बैक मि‍लने के बाद जि‍लों में भी प्रोग्राम ऑर्गनाइज करेंगे। इस दौरान प्रशांत भी लोगों से मुखातिब होंगे।
 
सिटी चीफ को थमाया 20 पेज का प्रोफार्मा, मांगे 20-20 नाम…
 
 
– मीटिंग के दौरान इलेक्शन स्ट्रैटजिस्ट ने पार्टी के सभी सिटी चीफ को 20-20 पेज का प्रोफार्मा दिया।
– इसमें वि‍धानसभावार कास्ट और एजुकेशनल लेवेल के बारे में जानकारी शामि‍ल है।
– प्रोफार्मा में पार्टी को फि‍र से खड़ा करने के लि‍ए क्‍या–क्‍या टूल्स हो सकते हैं, इसका भी जि‍क्र है।
– इसके साथ ही वि‍धानसभावार लोगों से जुडी लोकल प्रॉब्लम और बेसिक जरूरतों के बारे में जानकारी दी गई है।
– सभी सिटी चीफ से 20-20 युवाओं के नाम मांगे गए हैं, जो सोशल मीडि‍या पर एक्‍टि‍व हो सके।
– पार्टी ऑफिस में प्रशांत कि‍शोर की मीटिंग में बड़े से बडे नेता जी हजूरी करते नजर आए। हर कोई उन्हें गांधी परि‍वार के नजदीक समझ रहा था।
 
 
कौन हैं प्रशांत किशोर?
 
– 37 साल के प्रशांत किशोर यूनाइटेड नेशन्स के हेल्थ वर्कर रहे हैं। लेकिन 2011 में वे भारत लौटे और राजनीतिक पार्टियों के इलेक्शन कैंपेन और रणनीति बनाने को लेकर काम करने लगे। बताया जाता है कि वे बिहार बॉर्डर से सटे यूपी के बलिया जिले के रहने वाले हैं।
-उन्होंने बीजेपी और नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर गुजरात में कैंपेन शुरू किया। 2012 में उन्होंने गुजरात असेंबली इलेक्शन में नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कैंपेन की कमान अपने हाथों में ली। उस दौर में प्रशांत मोदी के साथ गुजरात के सीएम हाउस में रहते थे।
कैसे काम करती है प्रशांत की टीम?
 
– प्रशांत किशोर नेता और पार्टियों के लिए स्ट्रैटजी प्लान करते हैं। उनकी टीम रिसर्च करती है और सोशल कैंपेन के साथ ही बड़े नेता के लिए फैक्टफुल और इमोशनल स्पीच तैयार करती है। रिसर्च के जरिए उन मुद्दों की पहचान करते हैं, जो नेता और पार्टी को फायदा पहुंचा सके। चाय पर चर्चा, स्लोगन, भारत में पहली बार डिजिटल रैलियां और एक साथ कई रैलियां करना मुख्य है।
– 300 लोगों की एक टीम प्रशांत के साथ काम करती है, जिसमें आईआईटी और आईआईएम के पासआउट प्रोफेशनल हैं।
– अमेरिकी प्रेसिडेंट इलेक्शन की तर्ज पर लोकसभा इलेक्शन को व्यक्ति केंद्रित बनाने का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है।

Related Articles

Back to top button