शेख हसीना के जाने बाद भी बांग्लादेश में बवाल, छात्रों और अर्धसैनिक बलों के बीच हिंसक झड़पे, 50 घायल
ढाका: शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद भी बांग्लादेश में शांति नहीं लौटी है। ढाका में स्थित सचिवालय के पास हाल ही में एक बड़ी हिंसक झड़प हुई, जिसमें अंसार बल के सदस्यों और छात्रों के बीच संघर्ष हुआ। इस झड़प में कम से कम 40 लोग घायल हो गए, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) के पुलिस शिविर प्रभारी एमडी बच्चू मिया के अनुसार, घायलों को रात करीब साढ़े 9 बजे अस्पताल लाया गया। संघर्ष उस समय हुआ जब दर्जनों अंसार सदस्य सचिवालय के मुख्य द्वार पर अपनी नौकरियों के राष्ट्रीयकरण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अंसार बल बांग्लादेश में एक अर्धसैनिक संगठन है, जिसमें सामान्य सुरक्षा व्यवस्था से लेकर सरकारी संस्थानों की सुरक्षा में तैनात कर्मी शामिल हैं। अंसार बल के सदस्य लंबे समय से अपनी नौकरियों के राष्ट्रीयकरण और बेहतर सुविधाओं की मांग कर रहे हैं।
झड़प तब शुरू हुई जब हजारों की संख्या में छात्र लाठी-डंडों से लैस होकर सचिवालय की ओर मार्च करने लगे। छात्रों का आरोप था कि अंसार बल के सदस्य “निरंकुश शासन के एजेंट” हैं और उन्होंने अधिकारियों को सचिवालय से बाहर निकलने नहीं दिया। इससे तनाव और बढ़ गया और दोनों पक्षों के बीच हिंसा भड़क उठी। छात्रों के आक्रामक मार्च को देखते हुए, अंसार बल के सदस्य पहले पीछे हट गए। लेकिन थोड़ी देर बाद, उन्होंने लाठियों से लैस होकर छात्रों पर हमला कर दिया और उन्हें खदेड़ने लगे। इसके जवाब में छात्रों ने भी पत्थरबाजी की, जिससे संघर्ष और बढ़ गया। दोनों तरफ से ईंटें और अन्य वस्तुएं फेंकी जाने लगीं, जिससे स्थिति और भी हिंसक हो गई।
इस संघर्ष में ढाका यूनिवर्सिटी के रिपोर्टर आसिफ हवलदार गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। झड़प के बाद, ढाका में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सरकार ने इस घटना की निंदा की है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अंतरिम सरकार ने अंसार बल के सदस्यों की मांगों को मानने का आश्वासन दिया था, लेकिन इसके बावजूद कुछ अंसार सदस्यों ने प्रदर्शन जारी रखा, जिससे यह हिंसा भड़की।
बता दें कि अंसार बल के सदस्यों की तीन शाखाएं हैं जनरल अंसार, बटालियन अंसार, और ग्राम रक्षा पार्टी। इन शाखाओं में करीब 70,000 सदस्य हैं, जिन्हें नियमित वेतन नहीं मिलता है। उन्हें केवल सुरक्षा ड्यूटी के दौरान 540 टका प्रति दिन का भुगतान किया जाता है। अंसार रेगुलेशन के अनुसार, अगर कोई सदस्य तीन वर्षों तक लगातार सेवा करता है, तो उसे छह महीने की छुट्टी पर भेज दिया जाता है, जिसमें उन्हें वेतन नहीं मिलता। हिंसक झड़प के बाद से ढाका में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं, और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।