21 साल की उम्र में मिलेंगे 71 लाख, बेटी के भविष्य को सुरक्षित करने का सुनहरा मौका, हर पिता उठाए लाभ
नई दिल्ली: अगर आपके घर में भी एक बेटी है और आप उसके भविष्य को लेकर चिंतित हैं, तो अब आपको चिंतित होने की जरूरत नहीं है। भारतीय सरकार ने आपकी बेटी के सुरक्षित भविष्य के लिए एक बेहतरीन योजना शुरू की है, जिसका नाम है “सुकन्या समृद्धि योजना” (Sukanya Samriddhi Yojana)। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों के शिक्षा और शादी के खर्चों को पूरा करने में मदद करना है। आइए जानते हैं इस योजना की विशेषताएँ और इसके लाभ:
सुकन्या समृद्धि योजना की विशेषताएँ
- खाता खोलने की पात्रता
- इस योजना के तहत केवल 10 साल या उससे कम उम्र की बेटियों के नाम पर खाता खोला जा सकता है।
- एक परिवार में दो बेटियों के नाम पर ही खाता खोला जा सकता है। तीसरे खाते की अनुमति केवल जुड़वां या ट्रिपल बच्चों के मामले में होती है।
- खाता खोलने की प्रक्रिया
- खाता किसी भी अधिकृत बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है।
- खाता खोलने के लिए बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता या अभिभावक का पहचान पत्र, और निवास प्रमाण पत्र आवश्यक हैं।
- जमा राशि
- खाता खोलने के लिए न्यूनतम 250 रुपये की राशि जमा करनी होती है।
- एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं।
- ब्याज दर
- इस योजना पर सरकार द्वारा तय की गई ब्याज दर लागू होती है, जो हर तिमाही में संशोधित होती है। वर्तमान में ब्याज दर लगभग 7.6% है, हालांकि यह समय-समय पर बदल सकती है।
- परिपक्वता अवधि
- खाता बेटी की 21 वर्ष की आयु पूरी होने पर परिपक्व होता है।
- हालांकि, 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर या 10वीं कक्षा के बाद शिक्षा के लिए कुछ राशि निकाली जा सकती है।
- कर लाभ
- इस योजना में जमा की गई राशि और अर्जित ब्याज धारा 80C के तहत आयकर छूट के लिए पात्र हैं।
- परिपक्वता राशि और ब्याज भी कर मुक्त होते हैं।
- जमा की समय सीमा
- खाता खोलने के बाद 15 वर्ष तक नियमित रूप से जमा किया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
- यह योजना बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए एक सुरक्षित बचत का माध्यम है।
- इसमें उच्च ब्याज दर और कर लाभ मिलता है।
- यह योजना शिक्षा और शादी के खर्चों को पूरा करने में मदद करती है।
- माता-पिता या अभिभावक छोटी राशि से बड़ी बचत कर सकते हैं, जिससे बेटी के भविष्य के लिए आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
कैसे काम करती है यह योजना?
यदि आप प्रत्येक वर्ष 1.5 लाख रुपये की निवेश सीमा का पूरा लाभ उठाते हैं, तो 15 साल में कुल जमा राशि 22.5 लाख रुपये हो जाएगी। इसके बाद अगले 6 साल तक उस पर ब्याज जुड़ता रहेगा। 7.6% वार्षिक ब्याज दर पर आपकी कुल राशि 21 साल के अंत में लगभग 70-71 लाख रुपये तक पहुंच सकती है। यह राशि प्राप्त करने के लिए ब्याज दर का स्थिर रहना और हर साल निवेश की अधिकतम सीमा का पालन करना आवश्यक है। ब्याज दर में बदलाव या किसी वर्ष में कम निवेश करने पर अंतिम राशि में अंतर आ सकता है।