अन्तर्राष्ट्रीय

वियतनाम के पहले राष्ट्रपति हो ची मिन्ह की पुण्यतिथि:

नई दिल्ली ( दस्तक विशेष) : विश्व राजनीति के बड़े राजनेताओं की बात करें तो उनमें हो ची मिन्ह ( Ho Chi Minh) का नाम प्रमुखता से आता है। हो ची मिन्ह का निधन आज ही के दिन 2 सितंबर 1969 को हुआ था। वे वियतनाम के पहले राष्ट्रपति थे। वो मार्क्स, एंजेल्स, लेनिन, स्टालिन की साम्यवादी परंपरा की एशियाई कड़ी माने जाने वाले विचारक थे। हो ची मिन्ह ने तीन दशकों से ज़्यादा समय तक वियतनामी राष्ट्रवादी आंदोलन का नेतृत्व किया। पहले जापानियों फिर फ़्रांसीसी औपनिवेशिक सत्ता और फिर अमेरिका के षड्यंत्र के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी। वे 1954 से अपनी मृत्यु तक उत्तरी वियतनाम के राष्ट्रपति रहे।

हो ची मिन्ह (मूल नाम गुयेन थाट थान) का जन्म 19 मई 1890 को मध्य वियतनाम के होआंग ट्रू में हुआ था। वियतनाम उस समय एक फ्रांसीसी उपनिवेश था, जिसे फ्रेंच इंडो-चाइना के नाम से जाना जाता था, लेकिन उस पर नाममात्र का शासन एक सम्राट के अधीन था। हो के पिता शाही दरबार में काम करते थे, लेकिन फ्रांसीसी औपनिवेशिक सत्ता की आलोचना करने के कारण उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। 1911 में हो ने एक फ्रांसीसी जहाज पर नौकरी की और ढेरों यात्रा की। वे लंदन और पेरिस में रहे और फ्रांसीसी कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे।

1923 में, वे कॉमिन्टर्न में प्रशिक्षण के लिए मास्को गए, जो लेनिन द्वारा विश्वव्यापी क्रांति को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया एक संगठन था। उन्होंने वियतनामी निर्वासितों के बीच एक क्रांतिकारी आंदोलन का आयोजन करने के लिए दक्षिणी चीन की यात्रा की और 1930 में इंडो-चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (ICP) की स्थापना की। उन्होंने 1930 का दशक सोवियत संघ और चीन में बिताया। 1941 में इंडो-चीन पर जापानी आक्रमण के बाद, हो घर लौट आए और जापानियों से लड़ने के लिए कम्युनिस्ट-प्रभुत्व वाले स्वतंत्रता आंदोलन, वियत मिन्ह की स्थापना की। उन्होंने अपना नाम हो ची मिन्ह रख लिया, जिसका अर्थ है ‘प्रकाश लाने वाला’।

Related Articles

Back to top button