पोप फ्रांसिस ने शुरू की अपनी सबसे लंबी यात्रा, सर्वप्रथम पहुंचे सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश
नई दिल्ली: पोप फ्रांसिस अपनी सबसे लंबी यात्रा की शुरुआत में मंगलवार को इंडोनेशिया पहुंचे और इस दौरान उनके कैथोलिक समुदाय को प्रोत्साहित करने तथा दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश में अंतरधार्मिक सद्भाव की परंपरा को आगे बढ़ाने की उम्मीद है। पोप फ्रांसिस के रोम से रात भर की विमान यात्रा के कारण मंगलवार को जकार्ता में विश्राम करने की योजना है। वह पापुआ न्यू गिनी, ईस्ट टिमोर और सिंगापुर भी जाएंगे। बहरहाल, वेटिकन ने कहा कि 87 वर्षीय पोप मंगलवार को जकार्ता में वेटिकन आवास में शरणार्थियों, प्रवासियों और बीमार व्यक्तियों के एक समूह से मुलाकात करेंगे।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने पोप का स्वागत करते हुए एक बयान में कहा, ‘‘इंडोनेशिया और वेटिकन की शांति और भाईचारे को बढ़ावा देने के साथ-साथ मानवता के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए समान प्रतिबद्धता है।” फ्रांसिस बृहस्पतिवार को जकार्ता की ऐतिहासिक इस्तिकलाल मस्जिद में एक अंतरधार्मिक बैठक में भाग लेंगे जिनमें इंडोनेशिया में आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त छह धर्मों – इस्लाम, बौद्ध, कन्फ्यूशीवाद, हिंदू, कैथोलिक धर्म और प्रोटेस्टेंटवाद के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
पोप पॉल षष्टम के 1970 और सेंट जॉन पॉल द्वितीय के 1989 में इंडोनेशिया की यात्रा के बाद फ्रांसिस इस देश की यात्रा करने वाले तीसरे पोप हैं। यह ईसाई-मुस्लिम संवाद और कैथोलिक व्यवसायों दोनों के संदर्भ में वेटिकन के लिए इंडोनेशिया के महत्व को रेखांकित करता है।