फारूक अब्दुल्ला की चेतावनी- जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिला तो केंद्र को तूफान का सामना करना पड़ेगा
श्रीनगरः नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को चेतावनी दी कि अगर जम्मू-कश्मीर को पूर्ण शक्तियों के साथ राज्य का दर्जा नहीं मिला तो तूफान आयेगा और केंद्र सरकार को इसका सामना करना पड़ेगा।
अब्दुल्ला ने बीरवाह बडगाम में पार्टी उम्मीदवार के नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान संवाददाताओं से यह बात कही। यह पूछे जाने पर कि अगर विधानसभा चुनाव के बाद राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाता है और जम्मू-कश्मीर में शक्तियां उपराज्यपाल के पास रहती हैं, उन्होंने कहा , ‘‘जम्मू-कश्मीर के लोग केंद्र सरकार के गुलाम नहीं हैं। हम उनके गुलाम नहीं हैं। हम इस राज्य के संरक्षक हैं। मैं केंद्र को बताना चाहता हूं कि तूफान आयेगा और उन्हें इसका सामना करना पड़ेगा।’
भाजपा के अगली सरकार बनाने के दावे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा ‘‘हमें देखते हैं और वे भी देखेंगे।” अलगाववादी नेताओं और उनके रिश्तेदारों के विधानसभा चुनाव लड़ने पर उन्होने कहा कि उन्हें (अलगाववादियों को) इस सवाल का जवाब देना चाहिए क्योंकि वे हमेशा पाकिस्तान के नारे लगाते रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के भी पक्षधर हैं, तो उन्होंने कहा, ‘‘फारूक अब्दुल्ला बातचीत नहीं कर सकते। बातचीत दोनों देशों के प्रधानमंत्री के बीच होनी चाहिए और यह उनका फैसला है।” उन्होंने दोनों पड़ोसी देशों के बीच बातचीत के लिए अपना रुख दोहराया।