Gold Rate: सोने से कस्टम ड्यूटी घटाने के बाद दाम में भारी गिरावट, खरीदारों की उमड़ी भीड़
नई दिल्ली: पिछले दो महीनों में सोने की कीमतों में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में, 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी में कटौती का ऐलान किया, जिसके बाद सोना सस्ता हो गया और देशभर में गोल्ड की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। क्रिसिल की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में सोने की बिक्री से ज्वेलर्स के राजस्व में 22-25% की वृद्धि हो सकती है।
वर्तमान में सोने की कीमतें
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमत 71,538 रुपये प्रति 10 ग्राम पर दर्ज की गई। वहीं, घरेलू बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत 71,380 रुपये प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट 69,660 रुपये, 20 कैरेट 63,530 रुपये, और 18 कैरेट सोने का भाव 57,820 रुपये प्रति 10 ग्राम पर है।
कस्टम ड्यूटी में कमी से उछला ज्वेलर्स का रेवेन्यू
क्रिसिल के अनुमान के मुताबिक, ज्वेलर्स के राजस्व में 22-25% की वृद्धि संभावित है, जो पहले 17-19% की उम्मीद थी। इस बदलाव का मुख्य कारण सरकार द्वारा कस्टम ड्यूटी में की गई कटौती है। बजट में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी को 15% से घटाकर 6% कर दिया गया है, जिससे ज्वेलर्स को 500-600 आधार अंकों का फायदा हुआ है।
बजट के बाद सोने की कीमतों में गिरावट
बजट के दिन सोने की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई और यह 4,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो गया। इसके बाद कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी रहा और सोना 67,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि इससे पहले इसकी कीमत 74,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार थी। हालांकि, अगस्त में कीमतों में फिर से बढ़ोतरी हुई, लेकिन यह अभी भी अपने ऑल-टाइम हाई से सस्ता है।
क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि कस्टम ड्यूटी में की गई यह कटौती ज्वेलरी उद्योग के लिए एक सकारात्मक कदम है, खासकर शादियों और त्योहारों के सीजन के मद्देनजर। सोने की कीमतों में गिरावट से खुदरा विक्रेता अपने स्टॉक में 5% तक की वृद्धि कर सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सोने की कीमतों में फिर से उछाल आ सकता है, जिससे आने वाले महीनों में ज्वेलर्स के मुनाफे में वृद्धि की उम्मीद है।