महान गेंदबाज शेन वॉर्न की बर्थ एनिवर्सरी
नई दिल्ली (दस्तक ब्यूरो) : महान लेग स्पिनर गेंदबाज शेन वॉर्न की आज बर्थ एनिवर्सरी है। आज ही के दिन 13 सितंबर 1969 को अपर फर्नट्री गली, विक्टोरिया, ऑस्ट्रेलिया में उनका जन्म हुआ था । उनके पिता का नाम कीथ वॉर्न और मां का नाम ब्रिजेट है। उनकी मां जर्मन थीं । उन्होंने ग्रेड 7-9 तक हैम्पटन हाई स्कूल में पढ़ाई की, उन्होंने अपने अंतिम तीन साल इसी स्कूल में बिताए थे। 15 फरवरी 1991 को वॉर्न ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया। शेन वॉर्न ने 2 जनवरी 1992 को भारत के खिलाफ सिडनी में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया । इस मैच की पहली पारी में उन्होंने 150 रन देकर एक विकेट लिया और 20 रन बनाए।
शेन वॉर्न ने अपने करियर में 145 टेस्ट और 194 वनडे खेले। इस दौरान उन्होंने क्रमश: 3154 और 1018 रन बनाए। गेंदबाजी करते हुए उनका करियर काफ़ी शानदार रहा। टेस्ट मैच में कुल 273 इनिंग में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने अपने नाम 708 विकेट किए। वनडे में उन्होंने 194 मैचों में 293 विकेट झटके। आईपीएल में वॉर्न के नाम 55 मैचों में 57 विकेट हैं।
शेन वॉर्न की शादी सिमोन कैलाहन (Simone Callahan) के साथ हुई थी। हालांकि यह शादी 10 साल ही चल पाई और 2006 में दोनों का तलाक हो गया था। सिमोन और वॉर्न के तीन बच्चे भी थे। तलाक की वजह बना 2005 का इंग्लैंड दौरा। तब ये खबरें सामने आई कि उनका इंग्लैंड में स्टूडेंट लौरा सेयर्स और केरी कॉलिमोर नाम की महिला से अफेयर चल रहा है। जब सिमोन को उनके अफेयर के बारे में पता चला, तब वह एशेज सीरीज छोड़कर वापस ऑस्ट्रेलिया चली गईं। वॉर्न का नाम हॉलीवुड स्टार लिज हर्ले के साथ भी जुड़ा. 2011 में दोनों की सगाई भी हो गई थी, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी।
वॉर्न की गेंदबाज़ी का रनअप रहा हो, गेंद डालने का उनका अंदाज़ हो या फिर विकेट के लिए अपील करने की शैली रही हो या फिर जश्न मनाने का अंदाज़, इन सबके दुनिया भर में दीवाने मौजूद थे। लेग स्पिन की इस मुश्किल के बारे में शेन वॉर्न ने अपनी आत्मकथा ‘नो स्पिन’ में भी लिखा है, “स्पिन गेंदबाज़ी बेहद मुश्किल है, लेकिन फन भी है। सबसे बड़ी ख़बर यही है कि लेग स्पिन गेंदबाज़ी फिर से फैशन में आ गयी है, ख़ासकर छोटे फॉरमेट में भी। मुझे गर्व है कि मैंने अपनी भूमिका निभाई। संक्षेप में कहूं तो लेग स्पिन आधे-अधूरे मन से संभव नहीं है, आपको लेग स्पिन से प्यार करना होता है। मैं लकी रहा कि मैं ये लगातार और मारक क्षमता के साथ करता रहा।
विज़डन ने 2000 में शताब्दी के क्रिकेटरों के लिए 100 पूर्व खिलाड़ियों और विशषेज्ञों की राय ली थी। इसमें शेन वॉर्न चौथे स्थान पर रहे थे। पहले स्थान पर 100 मतों के साथ डॉन ब्रैडमैन रहे। इसके बाद 90 एक्सपर्ट ने गैरी सोर्बस को वोट दिया था। जैक हाब्स 30 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे। जबकि शेन वॉर्न 27 मत के साथ चौथे और विवियन रिचर्ड्स 25 मत के साथ पांचवें स्थान पर रहे थे। इस सूची में सचिन तेंदुलकर कहीं लंबे करियर के बावजूद उस समय में छह मत ही पा सके थे, वे 17वें पायदान पर थे।
ख़ास बात ये भी थी कि उन पांच क्रिकेटरों में जगह पाने वाले वॉर्न इकलौते गेंदबाज़ रहे। दुनिया के मशहूर गेंदबाज़ वसीम अकरम को तीन, कर्टली एंब्रोस और एन डोनाल्ड को एक-एक मत मिला था। रिचर्ड हैडली और इमरान ख़ान 13-13 मतों के साथ दसवें स्थान पर थे। शेन वॉर्न लगभग 15 साल तक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के आधार स्तंभ बने रहे। इस दौरान ग्लेन मैक्ग्रा के साथ उनकी जोड़ी ने दुनिया भर के बल्लेबाज़ों को छकाना जारी रखा। दोनों ने मिलकर टेस्ट क्रिकेट में 1281 विकेट झटके।