नई दिल्ली।दिल्ली पुलिस के रवैये से नाराज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के धरनास्थल पर उनके समर्थकों और पुलिस के बीच लगातार तनातनी के दौरान कुछ समर्थकों ने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। बारिश और खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में केजरीवाल समर्थक धरने पर डटे हुए हैं। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता वहां ज्यादा से ज्यादा तादाद में धरने से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं। दोपहर को भी आम आदमी पार्टी के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। ‘आप’ के कार्यकर्ता रेल भवन के पास लगी बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश कर रहे थे और जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो किसी कार्यकर्ता ने पुलिस की ओर पत्थर फेंक दिया, जिसके बाद पुलिस और कार्यकर्ताओं में तनातनी देखने को मिली। हालांकि बाद में दिल्ली सरकार के शिक्षामंत्री मनीष सिसौदिया वहां पहुंचे और लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से धरने में शामिल होने की अपील की। इससे पहले, केजरीवाल ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका धरना जारी रहेगा और सड़क से ही उनकी सरकार चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि यह अराजकता नहीं, बल्कि जनतंत्र है और 80 फीसदी लोग इस प्रदर्शन से सहमत हैं। केजरीवाल ने कहा कि ऐसे प्रदर्शन में कोई ‘बीच’ का रास्ता नहीं होता। उन्होंने मीडिया के कुछ धड़ों पर पक्षपात करने का भी आरोप लगाया। अपने मंत्रियों के साथ रेल भवन के पास बने पार्क में सोमवार दोपहर से धरने पर बैठे हैं। केजरीवाल की मांग है कि उनके मंत्रियों की न सुनने वाले चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए। मंगलवार सुबह एनडीटीवी से बात करते हुए केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर एक्शन नहीं होता है, तो वह शिंदे को सोने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि जब राजधानी में इस तरह की अराजकता फैली है, तो शिंदे चैन से कैसे सो सकते हैं… केजरीवाल ने कहा, मैं कहां प्रदर्शन करूंगा, यह मैं तय करूंगा… दिल्ली का मुख्यमंत्री मैं हूं या शिंदे… अपने आपको अराजक बताए जाने पर केजरीवाल ने कहा कि इस देश के हर आदमी के घर में अराजकता फैल गई है, जिसे खत्म करना ज्यादा जरूरी है। मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ बड़ी तादाद में आम आदमी पार्टी के समर्थक पूरी रात धरने पर बैठे रहे। धरने को देखते हुए रेल भवन और उसके आसपास के इलाके में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं और बड़ी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। एहतियात के तौर पर आज भी चार मेट्रो स्टेशनों – केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, रेस कोर्स और पटेल चौक मेट्रो स्टेशन को बंद रखा गया है। इसके अलावा संसद की ओर जाने वाली कई सड़कों को भी बंद कर दिया गया है। केजरीवाल ने सोमवार को कहा था कि वह अभी 10 दिन की तैयारी के साथ आए हैं, और अगर जरूरत पड़ी तो उनका धरना 10 दिन के बाद भी जारी रहेगा। उधर, दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि वह धरना देने वालों पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं करेगी और उसका जोर सिर्फ कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर है। वहीं, रेल भवन के पास केजरीवाल समर्थकों और पुलिस के बीच तनातनी जारी है। बुधवार सुबह एक बार फिर पुलिस और केजरीवाल समर्थकों के बीच धक्का−मुक्की हुई। समर्थकों का कहना है कि पुलिस उनके धरने में तरह−तरह से रोड़े अटका रही है और धरने पर बैठे लोगों तक जरूरत का सामान भी पहुंचने नहीं दिया जा रहा है।