नई दिल्ली तेज रफ्तार वाली आधुनिक काम काज की शैली का असर युवा कर्मचारियों पर पड़ता है और वृद्ध सहयोगियों की तुलना में उनके बीमार होने का जोखिम दोगुना रहता है। एक नये अध्ययन के अनुसार 3000 लोगों पर किये गए एक सर्वे में पाया गया कि 30 वर्ष से कम आयु के दो तिहाई लोगों ने पिछले साल सर्दी, अलर्जी के कारण एक सप्ताह में कम से कम एक दिन का अवकाश लिया जबकि 55 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों ने उनकी तुलना में आधे ही अवकाश लिये। एक रिपोर्ट के अनुसार यह बात भी सामने आई कि 30 वर्ष से कम आयु के कर्मचारियों ने तनाव, थकान और कमजोरी महसूस करने के कारण अवकाश लिया जबकि 55 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों ने कहा कि अवकाश लेने के लिए यह कोई कारण नहीं है। सर्वे के अनुसार 18-29 आयु वर्ग के पांच में से एक कर्मचारी ने बीमारी के लिए छुट्टी ली क्योंकि वे काम पर जाने में असमर्थ थे और इस आयु वर्ग के कर्मचारियों ने कब्ज और कार सिकनेस के नाम पर भी छुटटी ली। इसके मुकाबले 55 वर्ष से अधिक आयु के 85 प्रतिशत कर्मचारियों का कहना था कि बिस्तर पर पड़ने के अलावा अन्य किसी स्थिति में कार्यालय से अवकाश नहीं लेते।