तमिलनाडुः एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात अपराधी बालाजी, 8 हत्या समेत 50 से ज्यादा मामले थे दर्ज
नई दिल्ली: तमिलनाडु में 50 से अधिक गंभीर आपराधिक मामलों में लिप्त एक ‘हिस्ट्री शीटर’ ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसके बाद हुई मुठभेड़ में वह मारा गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। संयुक्त पुलिस आयुक्त (उत्तर) प्रवेश कुमार ने घटना के सिलसिले में जानकारी देते हुए यहां मीडिया को बताया कि तड़के साढ़े चार बजे वाहन जांच के दौरान पुलिस ने उत्तरी चेन्नई के एक इलाके में एक कार को रोका।
उन्होंने बताया कि कार में आगे की ओर बैठा एक व्यक्ति अपने बैग में रखे सामान के बारे में सवाल का जवाब देने के लिए हिचकिचाते हुए गाड़ी से बाहर निकला जबकि गाड़ी चला रहा व्यक्ति वाहन की गति बढ़ा कर भाग निकला। उन्होंने बताया कि गाड़ी चला रहे व्यक्ति की पहचान बाद में ‘कक्कथोप्पु’ बालाजी के रूप में हुई। उन्होंने बताया कि पुलिस के एक निरीक्षक ने दो अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर गाड़ी से उसका पीछा किया। उन्होंने बताया कि काफी दूर जाने के बाद गाड़ी एक ऐसी जगह पहुंची, जहां से आगे बढ़ना मुश्किल था।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारी ने अपनी गाड़ी से उतरने की कोशिश की, जिसके बाद आरोपी ने उनपर गोली चला दी और गोली सामने के शीशे पर लगी। उन्होंने बताया कि हमलावर से गोली नहीं चलाने के लिए कहते हुए पुलिस निरीक्षक अपनी गाड़ी से बाहर निकले और उसी समय एक और गोली उनकी गाड़ी में लगी। अधिकारी ने बताया, “निरीक्षक ने एक गोली चलाई, (जो छाती के बाएं हिस्से में लगी) जिससे संदिग्ध घायल हो गया और वही गिर गया। जिसके तुरंत बाद आरोपी को एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां तैनात चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।”
उन्होंने बताया कि कार की जांच के दौरान गांजे से भरा एक बड़ा बैग (लगभग 10 किलोग्राम) और एक धारदार हथियार मिला और बाद में पता चला कि मुठभेड़ में मारा गया व्यक्ति कक्कथोप्पु बालाजी था। अधिकारी ने बताया कि उसके खिलाफ हत्या के छह और हत्या के प्रयास के 17 मामले सहित कुल 58 मामले दर्ज थे। इस घटना के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज करके एक मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं और इस मुठभेड़ में किसी भी पुलिसकर्मी को कोई चोट नहीं आई है।