नई दिल्ली : दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने पदभार ग्रहण करने के बाद घोषणा की थी कि दिवाली तक राज्य की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिया जाएगा। इस घोषणा के बाद राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री जनता के बीच जाकर सड़कों का जायजा ले रहे हैं। इस क्रम में कैबिनेट मंत्री गोपाल राय और गोकुलपुर विधानसभा के विधायक सुरेंद्र चौधरी ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ मिलकर लोनी बॉर्डर और नंद नगरी बस डिपो के पास वजीराबाद रोड पर टूटी हुई सड़कों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को सड़कों की मरम्मत करने के निर्देश भी दिए। हालांकि, क्षेत्रीय जनता ने सरकार से नाराजगी व्यक्त की है।
लोगों का कहना है कि लोनी रोड की सड़कों की स्थिति को सुधारने में 10 से 15 साल का वक्त बीत चुका है, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ है। गोकुलपुर विधानसभा के निवासी वेदपाल बताते हैं कि जब वे दिल्ली के अंदर आते हैं, तो सड़कों की स्थिति देखकर निराश होते हैं। एक अन्य स्थानीय निवासी अनिल चौधरी बताते हैं कि आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के बाद से कोई सड़क नहीं बनी है। अगर प्रदेश में सड़कों को ठीक नहीं किया गया तो आम आदमी पार्टी की प्रदेश में स्थिति बहुत खराब हो जाएगी।
वजीराबाद रोड पर भी कई सड़कें टूटी हुई हैं, जिससे यहां बड़े-बड़े ट्रकों का आवागमन और ई-रिक्शा चलाने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ऑटो चालक दीपक वर्मा ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हर साल बारिश के समय सड़कें टूट जाती हैं, जिससे हादसे होते रहते हैं। ई-रिक्शा चालक नागेश ने भी इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि सड़कें बनीं, तो अच्छी बात होगी; वरना समस्या बनी रहेगी। एक और ई-रिक्शा चालक सारंग ने टूटी सड़कों पर हो रही दुर्घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि रोज दुर्घटनाएं होती हैं और सरकार से यह पूछना जरूरी है कि कब सड़कें बनेंगी। स्थानीय निवासी लोकेंद्र कुमार ने भी अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने आईएएनएस को बताया कि एक साल से अधिक समय बीत चुका है और अब तक सड़कों का निर्माण नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां ई-रिक्शा पलटने के कई मामले हो चुके हैं।