नई दिल्ली: दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में पिज्जा बांटने को लेकर हुए विवाद में एक महिला को उसकी जेठानी के भाई ने गोली मार दी। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बुधवार रात हुई इस घटना के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामला तब प्रकाश में आया जब जीटीबी अस्पताल से सीलमपुर पुलिस थाने को सूचना मिली कि गोली लगने से घायल एक महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस उपायुक्त ने कहा, ‘‘प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पीड़िता के जेठ जीशान ने बुधवार को पूरे परिवार के लिए पिज्जा लाया था। उसने अपने छोटे भाई जावेद की पत्नी सादमा सहित परिवार के सभी लोगों को पिज्जा दिया।” अधिकारी ने बताया कि जीशान की पत्नी सादिया का सादमा से विवाद था और वह अपने पति द्वारा अपनी देवरानी के साथ खाना साझा करने से नाराज थी और इसी बात पर तीनों के बीच झगड़ा हो गया। अधिकारी के अनुसार, सादिया (21) का अपने पति जीशान और ससुराल वालों से विवाद हुआ था।
अधिकारी ने कहा, ‘‘बुधवार रात को सादिया ने अपने चारों भाइयों.. मुंताहिर, तफसीर, शहजाद और गुलरेज को वेलकम इलाके में अपने घर बुलाया था। उसके भाइयों का उसके ससुराल वालों से झगड़ा हुआ और इस दौरान मुंताहिर ने गोली चला दी, जो जीशान के छोटे भाई जावेद की पत्नी सादमा को लगी।” पुलिस ने बताया कि सादमा के पेट में गोली लगी है और उसका जीटीबी अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुंताहिर, तफसीर, शहजाद और गुलरेज को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में जांच की जा रही है। पीड़ित के परिवार के सदस्यों में से एक ने कहा कि जीशान खाना बांट रहा था, तभी सादिया ने कथित तौर पर आपत्ति जताई।
उन्होंने बताया, “जीशान, सादिया और सादमा के बीच झगड़ा हुआ। सादिया ने सादमा का सिर दीवार पर पटकना शुरू कर दिया। इसके बाद वह वहां से चली गई और गाजियाबाद से आए अपने भाइयों को बुला लिया। उसके भाइयों ने परिवार के सभी सदस्यों को गालियां दीं और उनमें से एक ने सादमा को गोली मार दी।” गोलियों की आवाज सुनकर कई पड़ोसी मौके पर एकत्र हो गए और सादिया के भाइयों को एक कमरे में बंद कर दिया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़ित के रिश्तेदार ने बताया, “एक आरोपी के पास पिस्तौल थी, उसने भागने की कोशिश की और दहशत फैलाने के लिए हवा में गोलियां चलाईं, लेकिन स्थानीय निवासियों ने उसे पकड़ लिया।”