टीकाकरण के बाद सभी एडवर्स केसों को सेफ-वैक पोर्टल पर रिर्पोट करें : प्रमुख सचिव
टीकाकरण के दुष्प्रभाव की निगरानी को बनी नई गाइडलाइन पर जिलास्तरीय अधिकारियों का प्रशिक्षण
लखनऊ : स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने निर्देश दिया कि टीकाकरण के पश्चात आने वाले सभी एडवर्स केसों को सेफ-वैक पोर्टल पर रिर्पोट करना सुनिश्चित करें। वह टीकाकरण के दुष्प्रभाव की निगरानी के लिए बनी नई गाइडलाइन पर जिलास्तरीय अधिकारियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। लखनऊ के एक निजी होटल में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि एडवर्स केसों की रिपोर्टिंग जनसमूह में टीकाकरण के प्रति विश्वास बनाए रखने के लिए भी अतिआवश्यक है। राज्य एवं जिलास्तर पर इन कारणों का मूल्यांकन कर सही कारण पता लगाया जाना चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सहयोग से महानिदेशालय परिवार कल्याण द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला में महानिदेशक परिवार कल्याण डा० नरेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि जनपद स्तर पर एडवर्स इफेक्ट फालोइंग इम्युनाइजेशन (एईएफआई) कमेटी में सभी विशेषज्ञों को गाइडलाइन के अनुसार सम्मिलित करते हुए आवश्यकतानुसार बैठक की जाए एवं केस रिपोर्ट न करने की स्थिति में भी बैठक अवश्य होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वैक्सीन एक्शन प्लान 2016 के अनुसार प्रत्येक एक लाख जीवित शिशुओं पर प्रति वर्ष 10 एईएफआई गंभीर केस रिपोर्ट होने चाहिए, जिसमें अधिकतर जनपद लक्ष्य से पीछे हैं। डॉ. अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि सभी एईएफआई केसों को सेफ वैक पोर्टल पर रिपोर्ट करें एवं संबंधित सभी दस्तावेज अपलोड करें, जिससे संबंधित केस का एसेसमेन्ट गुणवत्तापूर्वक किया जा सके।
कार्यशाला में जनपदों के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं डब्ल्यूएचओ के एसएमओ, मण्डलीय एसआरटीएल ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में भारत सरकार से डाविनीत गोयल, अपर निदेशक यूआईपी डा संदीपा श्रीवास्तव, राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा अजय गुप्ता, महाप्रबंधक डा मनोज कुमार शुक्ल, राज्यस्तरीय अधिकारियों एवं सहयोगी संस्थाओं यूनीसेफ, यूएनडीपी. यूपीटीएसयू, जेएसआई के राज्यस्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।