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पुतिन ने भारत की आर्थिक प्रगति के लिए PM मोदी को खूब सराहा, कहा-यह BRICS देशों के लिए बड़ी उदाहरण

नई दिल्ली: रूसी राष्ट्रपति व्लादमिर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने बुधवार को भारत की आर्थिक प्रगति ( India’s economic growth) की सराहना करते हुए कहा कि यह कई BRICS देशों के लिए एक बड़ी मिसाल है। यह टिप्पणी उन्होंने रूस के कज़ान शहर में आयोजित 16वें BRICS शिखर सम्मेलन में की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi) की भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया। पुतिन ने कहा, “हम सभी उच्च आर्थिक विकास दर सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर चर्चा करते हैं लेकिन मो इसे सफलतापूर्वक प्रबंधित करने में सक्षम रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को 7.5% विकास पर बधाई देते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए एक उदाहरण है। आपकी पहलों के लिए धन्यवाद।”

भारत की अर्थव्यवस्था इस वर्ष 7 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद कर रही है और 2025 में यह 6.5 प्रतिशत रहने की संभावना है। BRICS समूह, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन, और दक्षिण अफ्रीका ( Brazil, Russia, India, China and South Africa) शामिल हैं, अब पांच नए सदस्यों मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब, और संयुक्त अरब अमीरात (Egypt, Ethiopia, Iran, Saudi Arabia, UAE) के साथ विस्तारित हो गया है । पुतिन का यह बयान उस समय आया है जब अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है। कृष्णा श्रीनिवासन, IMF एशिया-प्रशांत विभाग के निदेशक, ने कहा, “भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था माना जाता है। हम FY24-25 में 7 प्रतिशत की वृद्धि की भविष्यवाणी कर रहे हैं, जो ग्रामीण खपत में सुधार और अनुकूल फसल परिणामों द्वारा समर्थित है।”

उन्होंने यह भी कहा कि FY24-25 में मुद्रास्फीति 4.4 प्रतिशत तक गिरने की उम्मीद है, जबकि खाद्य कीमतों में सामान्यीकरण के चलते कुछ उतार-चढ़ाव हो सकता है।इसके अलावा, पुतिन ने BRICS शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी के साथ द्विपक्षीय चर्चा की। मीटिंग के दौरान, पुतिन ने भारत-रूस के व्यापार संबंधों की “अच्छी स्थिति” का उल्लेख किया। रूसी राष्ट्रपति के प्रेस सेवा अनुसार, पिछले वर्ष भारत-रूस का द्विपक्षीय व्यापार 56.8 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो कि 60 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है। जनवरी से अगस्त 2024 के बीच, तेल आपूर्ति के कारण, भारत और रूस के बीच व्यापार 9 प्रतिशत बढ़कर 37.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।

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