अडानी बनाने जा रहे मुंबई का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र, 2 अरब डॉलर करेंगे खर्च
नई दिल्ली : अडानी ग्रुप अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास मुंबई (Mumbai) का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (ICC) बनाने के लिए लगभग 2 अरब डॉलर खर्च करने की योजना बना रहा है। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने केंद्र के डिजाइन को मंजूरी दे दी है, जो इसके व्यापक दायरे को कवर करता है। जबकि, डिटेल ब्लूप्रिंट के लिए मंजूरी दो महीने में होने की उम्मीद है। यह जानकारी लाइव मिंट के सूत्रों ने दी है। IICC एक सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है, जिसने यशोभूमि का निर्माण किया था। रिपोर्ट के अनुसार, इससे 500,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की भी उम्मीद थी। यह कॉर्पोरेट हब बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में रिलायंस के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर को टक्कर देगा। अडानी अधिकतम विजिबिलिटी के लिए हवाई अड्डे के करीब विले पार्ले के पश्चिमी उपनगर में अपना केंद्र बनाएगा। यह समूह देश में कुल 11 हवाई अड्डों का प्रबंधन देखता है।
15 लाख वर्ग फुट में फैले कन्वेंशन सेंटर में 15,000 से 20,000 लोगों की व्यवस्था हो सकेगी। वाहन पार्किंग और अन्य उद्देश्यों के लिए 3 लाख वर्ग फुट के साथ कुल इनडोर क्षेत्र 1.2 मिलियन वर्ग फुट होने की संभावना है। इसका स्वामित्व और प्रबंधन अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। बता दें अडानी की अधिकांश रियल एस्टेट परियोजनाएं अडानी रियल्टी के स्वामित्व में हैं। सूत्रों ने बताया कि आईसीसी 275 कमरों के साथ एक फाइव स्टार होटल की मेजबानी भी करेगा। अभी जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर शहर का सबसे बड़ा है, जिसका कुल क्षेत्रफल लगभग 10 लाख वर्ग फुट है, जबकि नई दिल्ली में यशोभूमि भारत का सबसे बड़ा सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र है, जो 3.2 मिलियन वर्ग फुट में फैला है।
एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘बड़ी कंपनियां अक्सर सम्मेलनों और प्रदर्शनियों जैसे कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए हवाई अड्डों जैसे प्रमुख पारगमन और परिवहन केंद्रों के पास सम्मेलन केंद्र डेवलप करना पसंद करती हैं, क्योंकि वे अपनी इमेज को बढ़ावा देने में मदद करते हैं और ग्लोबल पर नेटवर्किंग की अनुमति देते हैं। इसके अलावा, हवाई अड्डों के करीब होने से मेहमानों के लिए सुगम यात्रा व्यवस्था सुनिश्चित होती है, जो समय की बचत और बढ़ी हुई सुविधा के लिए बहुत अच्छा है। इस तरह के उपक्रम व्यापार विस्तार को बढ़ावा देने और विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक लाभ पैदा करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
आईसीसी कॉन्फ्रेंस और प्रदर्शनियों की मेजबानी करता है, जो स्थानीय निर्माताओं को ग्लोबल बायर्स से जोड़ते हैं और विचारों का आदान-प्रदान करने में मदद करते हैं, जो देश के व्यापार और निर्यात क्षमता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दिल्ली की यशोभूमि को एशियाई MICE मार्केट में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करने और प्रदर्शनी बाजार में शंघाई, हांगकांग और सिंगापुर की लीग में नई दिल्ली लाने के लिए बनाया गया था।