पटियाला : पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में व्यापारियों से फिरौती मांगने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को जिला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी पुलिस द्वारा चलाए गए “बुरे तत्वों के खिलाफ” अभियान के तहत की गई है। जिला पुलिस प्रमुख डॉ. रवजोत ग्रेवाल ने इस कार्रवाई की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस राज्य को अपराध मुक्त बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है और असामाजिक तत्वों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
18 नवंबर को अमनदीप सिंह उर्फ बादल ने पुलिस को सूचना दी कि 11 नवंबर को वह अपनी इनोवा कार में दशहरा ग्राउंड के पास गए थे, तभी एक बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों ने उन्हें घेर लिया। उनके हाथों में तेजधार हथियार थे, जिन्हें देखकर अमनदीप सिंह ने गाड़ी को वापस मोड़ने की कोशिश की, लेकिन मोटरसाइकिल सवारों ने उनका पीछा किया और उन्हें घेरकर पीटना शुरू कर दिया। बाद में आरोपी उनके घर के बाहर आए और घर के बाहर खड़ी उनकी कार के शीशे तोड़ दिए, साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एस.पी. (जांच) राकेश यादव और डीएसपी अमलोह गुरदीप सिंह के निर्देशन में जांच शुरू की। सी.सी.टी.वी. कैमरे की फुटेज और कॉल डिटेल्स की जांच से यह सामने आया कि तरणप्रीत सिंह उर्फ तरण उर्फ तितली, जो कि 2 अक्टूबर 2024 को मंडी गोबिंदगढ़ में एक अन्य मामले में वांछित था, जेल में बंद संदीप सिंह उर्फ बॉक्स से एक संदेश प्राप्त कर रहा था। इस संदेश में व्यापारियों से फिरौती मांगने की योजना बनाई गई थी। पुलिस ने तरणप्रीत सिंह, अमृत सिंह और गुरदीप सिंह को फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से एक पिस्तौल (दोसी कटा), एक तलवार और एक गंडासी बरामद की गई। आरोपियों के खिलाफ धारा 25/54/59 आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि यह गिरोह जेल में बंद अपने साथियों के साथ मिलकर मंडी गोबिंदगढ़ के व्यापारियों से रंगदारी मांगता था। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके कारनामों का खुलासा करने की योजना बना रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपी तरणप्रीत सिंह उर्फ तरण उर्फ तितली पर पहले से ही कई आपराधिक मामलों में आरोप हैं। पुलिस ने इन्हें माननीय अदालत में पेश कर रिमांड की मांग की है।