जेनेवा में सीरिया पर वार्ता शुरू
जेनेवा । स्विट्जरलैंड के सैरगाह मोंट्रेक्स शहर में द्वितीय जेनेवा शांति सम्मेलन की शुरुआत सीरियाई सरकार और इसके मुख्य विपक्षी गठबंधन के तीखे आरोपों के साथ हुई। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के भाषणों में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के भविष्य के ऊपर प्रमुख तौर पर बहस हुई। बीबीसी के मुताबिक दोनों पक्षों को एक दूसरे पर तीखे आरोप लगाते देखे गए। सीरियाई विपक्ष और अमेरिका ने कहा कि सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के पास कोई वैधता नहीं है और उन्हें सत्ता से हट जाना चाहिए। समाचारपत्र ‘द इंडिपेंनडेंट’ के मुताबिक विपक्षी सीरियाई राष्ट्रीय गठबंधन के मुखिया अहमद जेरबा ने राष्ट्रपति असद को राष्ट्रपति कार्यालय से हटाए जाने की मांग की और इसके साथ ही उन पर सीरिया में सेना को अलकायदा की मदद में लगाने का आरोप लगाया। अहमद ने राष्ट्रपति के प्रतिनिधिमंडल से पूरी शक्ति अंतरिम शासी निकाय को स्थानंतरित करने की बात भी कही। इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा था कि संक्रमणकालीन सरकार में राष्ट्रपति असद को कोई स्थान नहीं मिल सकेगा। उन्होंने कहा ‘‘हम पारस्परिक सम्मति से संक्रमणकालीन सरकार की बातचीत का एक ही विकल्प देखते हैं। इसका मतलब है कि असद संक्रमणकालीन सरकार का हिस्सा नहीं होंगे।’’ इस बीच सीरियाई विदेश मंत्री वालिद-अल-मोआलिन ने कहा है कि असद की किस्मत का फैसला सिर्फ सीरियाई कर सकते हैं। रूस और अमेरिका के सहसंयोजन से आयोजित शांति सम्मेलन में जेनेवा विज्ञप्ति पर चर्चा हो रही है जिसने सीरिया के लिए राजनीतिक संक्रमण की योजना तैयार की है। बुधवार की शुरुआती बैठक में 4० विदेश मंत्रियों का भाषण हुआ। सीधी वार्ताएं शुक्रवार को जेनेवा में होनी हैं।