देश के बड़े आइसक्रीम ब्रांड के पूर्व प्रमोटरों के खिलाफ ईडी की कार्रवाई
नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 1,400 करोड़ रुपये के कथित बैंक धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले में डेयरी कंपनी क्वालिटी लिमिटेड के पूर्व प्रवर्तकों के ठिकानों पर छापेमारी (Raid) के बाद 1.3 करोड़ रुपये नकद और मुखौटा कंपनियों से जुड़े साक्ष्य जब्त किए हैं। जांच एजेंसी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ईडी के बयान के अनुसार, धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत लगभग 6.5 करोड़ रुपये मूल्य की लग्जरी कारें और डीमैट खाते भी फ्रीज (Freeze) कर दिए गए हैं।
संघीय एजेंसी ने इस मामले में 27 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर में 15 स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें संजय ढींगरा और सिद्धांत गुप्ता जैसे पूर्ववर्ती कंपनी के प्रमोटरों और निदेशकों के परिसरों के अलावा उनसे संबंधित कुछ “शेल” कंपनियों के परिसर भी शामिल थे। क्वालिटी लिमिटेड का परिसमापन हो चुका है और अब यह नए मालिकों के पास है।
ईडी का मामला सितंबर 2020 में सीबीआई की ओर से उक्त प्रमोटरों और क्वालिटी लिमिटेड के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर से उपजा है, जो दूध, आइसक्रीम और अन्य डेयरी उत्पादों के प्रसंस्करण और व्यापार में लगी हुई थी। सीबीआई की प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि उक्त पूर्ववर्ती कंपनी ने अपने निदेशकों के माध्यम से बिक्री, खरीद, देनदारों और लेनदारों के बारे में “गलत जानकारी” देकर खातों में “फर्जीवाड़ा और जालसाजी” की और बाद में बैंकों के एक संघ से 1400.62 करोड़ रुपये की “धोखाधड़ी” की।