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ICC ने इस क्रिकेट लीग पर चलाया चाबुक, नियमों का पालन नहीं किया तो कर दिया लीक को बैन

नई दिल्‍ली : इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने करीब एक साल पहले दुनिया भर में टी20 और टी10 लीगों को मंजूरी देने के लिए सख्त दिशा-निर्देश लागू किए थे। एक साल के बाद ICC ने प्लेइंग इलेवन नियमों का उल्लंघन करने के लिए यूएसए की नेशनल क्रिकेट लीग (NCL) पर शिकंजा कसते हुए उसे बैन कर दिया है। यूएसए की इस नेशनल क्रिकेट लीग में प्लेइंग इलेवन में आधे से ज्यादा खिलाड़ी अन्य देशों के खेलते थे।

क्रिकबज के मुताबिक, यूएसए क्रिकेट (USAC) को लिखे गए एक पत्र में आईसीसी ने भविष्य के संस्करणों के लिए लीग को मंजूरी ना देने के अपने फैसले की जानकारी दी। पत्र में मुख्य रूप से प्लेइंग इलेवन आवश्यकताओं का पालन ना करने का हवाला दिया गया है, जिसमें 7 USAC संबद्ध या सहयोगी खिलाड़ियों को मैदान में उतारना और आयोजन से पहले NCL अधिकारियों को ज्ञात प्रतिबंध नियमों का उल्लंघन शामिल है।

नेशनल क्रिकेट लीग ने पाकिस्तान के महान गेंदबाज वसीम अकरम और वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स जैसे दिग्गजों को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाकर क्रिकेट जगत में दिलचस्पी जगाने का प्रयास किया। इसने सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर को अपने स्वामित्व समूह में शामिल करके हलचल मचा दी। हालांकि, स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी, शुरू से ही लीग को नुकसान पहुंचाने वाली संचालन संबंधी अक्षमताओं को दूर करने में विफल रही।

बैन को लेकर जो लेटर ICC ने NCL को लिखा है, उसमें बताया गया है कि मैदान पर और मैदान के बाहर इस लीग से जुड़ी कई समस्याए हैं। प्लेइंग इलेवन के नियमों का पालन इस टूर्नामेंट में नहीं किया गया। कई मौकों पर 6-7 विदेशी खिलाड़ियों को मैदान में उतारा गया। ड्रॉप इन पिचों का इस्तेमाल किया गया, जो बहुत ही घटिया किस्म की थीं। यहां तक कि बल्लेबाजों को कोई शारीरिक चोट ना लगे, इसके लिए वहाब रियाज और टाइमल मिल्स जैसे गेंदबाजों को स्पिन गेंदबाजी करनी पड़ी।

अमेरिका टी20 और टी10 लीग के लिए एक केंद्र के रूप में उभरा है, क्योंकि दक्षिण एशियाई प्रवासी इस खेल से जुड़ना चाहते हैं। अमेरिकी ढांचे में करीब 60 प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की मौजूदगी एक त्वरित लीग शुरू करने के विचार को और भी सुविधाजनक बनाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि आईसीसी डेस्क पर टी20/टी10 लीग को मंजूरी देने के लिए सबसे ज्यादा आवेदन अमेरिका से आए हैं।

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