ब्रेकिंगराज्य

Google पर Paytm नंबर सर्च करते ही हैक हुआ अकाउंट, साइबर ठगी का शिकार हुआ व्यक्ति

नई दिल्ली। साइबर अपराधियों ने एक शख्स का पेटीएम वॉलेट हैक कर उसमें कई ट्रांजेक्शन कर डाले। हालांकि पीड़ित के अकाउंट से पैसे नहीं गए लेकिन पुलिस का मानना है कि अपराधियों ने इसका इस्तेमाल किसी और रूप में पैसे ट्रांसफर करने के लिए किया था। इस घटना की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है।

घटना का विवरण

पुलिस के मुताबिक पीड़ित व्यक्ति का नाम कौशल कुमार है। वे परिवार के साथ वजीराबाद इलाके में रहते हैं और एक पोर्टर कंपनी में डिलीवरी बॉय के तौर पर काम करते हैं। कौशल कुमार ने पुलिस को बताया कि वह पहले अशोक विहार में एक स्पेयर पार्ट्स सप्लायर के यहां डिलीवरी का काम करते थे। उस दौरान वे काम करने वाले मजदूरों के लिए मोबाइल रिचार्ज किया करते थे और इसके लिए वे पेटीएम वॉलेट का इस्तेमाल करते थे। पेटीएम उनके ईमेल आईडी से रजिस्टर था और उन्होंने पेटीएम पेमेंट बैंक अकाउंट भी ओपन किया था।

कौशल कुमार ने बताया कि अप्रैल में उन्होंने एक जानकार के लिए 100 रुपये का मोबाइल रिचार्ज किया था लेकिन रिचार्ज तो नहीं हुआ और पैसे कट गए। इसके बाद उन्होंने गूगल पर पेटीएम कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया। वहां एक मोबाइल नंबर दिखाई दिया जिसे उन्होंने कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले व्यक्ति ने खुद को पेटीएम कस्टमर केयर का एग्जीक्यूटिव बताया।

कैसे हुआ साइबर फ्रॉड

कस्टमर केयर के व्यक्ति ने कौशल कुमार से सारी जानकारी ली और ऑनलाइन समस्या को हल करने का भरोसा दिया। फिर उसने कौशल को Rust Desk app डाउनलोड करने के लिए कहा। इसके बाद उस व्यक्ति ने कौशल कुमार से उनकी मोबाइल स्क्रीन शेयर करने को कहा। कौशल ने वैसा ही किया और इसके बाद उस शख्स को सभी OTP भी बता दिए। इसके बाद उस व्यक्ति ने कौशल से उनका मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए कहा जिसे उन्होंने अपडेट कर दिया। फिर उसने कॉल डिस्कनेक्ट कर दी।

इसके 3-4 दिन बाद कौशल ने देखा कि उनका पेटीएम वॉलेट काम नहीं कर रहा है। इसके बाद उन्होंने पेटीएम ऑफिस (नोएडा) जाकर अकाउंट स्टेटमेंट निकलवाया। पता चला कि उनका पेटीएम वॉलेट किसी दूसरे नंबर पर चला गया था और अकाउंट को कोई और ऑपरेट कर रहा था। इसके साथ ही उन्होंने देखा कि उनके वॉलेट अकाउंट में कई ट्रांजेक्शन हो चुकी थीं।

साइबर फ्रॉड की रिपोर्ट

कौशल कुमार को यह महसूस हुआ कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए हैं जिसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

साइबर पुलिस की सलाह

साइबर पुलिस के अनुसार इंटरनेट पर हमेशा सर्तक रहना चाहिए। विशेष रूप से सर्च इंजन पर दिखने वाले दो प्रकार के नंबर और लिंक से बचें। एक लिंक जो ‘Ad’ के साथ दिखाई देता है वह अक्सर पेड एड्स के रूप में प्रमोट किया गया होता है और ऐसे लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। दूसरा किसी भी बैंक या कंपनी की वेबसाइट का URL अच्छे से जांच लें। बहुत बार धोखाधड़ी करने वाले लोग वेबसाइट का URL बदल कर हूबहू असली वेबसाइट जैसा दिखाने की कोशिश करते हैं जिसमें छोटे-मोटे बदलाव होते हैं जैसे डॉट्स, डैश, स्लैश आदि।

साइबर फ्रॉड से बचने के लिए बरतें ये सावधानियां

  • URL को ठीक से वेरिफाई करें विशेष रूप से वेबसाइट के एड्रेस बार में कंपनी का नाम सही तरीके से देखें।
  • अगर वेबसाइट पर 3 स्पेलिंग गलत दिखाई दें तो समझ जाएं कि वेबसाइट धोखाधड़ी वाली हो सकती है।
  • वेबसाइट के पेज के नीचे Contact Us, Helpline या Support जैसे ऑप्शन देखें ताकि आप सत्यापित कर सकें कि यह वेबसाइट असली है या नहीं।
  • इस घटना से साफ है कि साइबर अपराधी दिन-ब-दिन नए तरीकों से लोगों को धोखा दे रहे हैं। ऐसे में हमें इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहना चाहिए।

Related Articles

Back to top button