पटना-बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस में लगी आग, सभी यात्री सुरक्षित
नई दिल्ली। बुधवार देर रात पटना से बांद्रा जा रही पटना-बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के जनरल डिब्बे के नीचे अचानक आग लग गई। इस घटना के बाद यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। दानापुर-दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) रेलखंड के डुमरांव स्टेशन के पास यह हादसा हुआ। फायर ब्रिगेड और रेलवे की टीम ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कैसे हुआ हादसा?
रात करीब 1:02 बजे जब ट्रेन टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी वहां मौजूद रेलवे कर्मियों ने देखा कि ट्रेन के जनरल बोगी के निचले हिस्से से आग की लपटें उठ रही थीं। उन्होंने तुरंत रेलवे कंट्रोल रूम और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। इसके बाद ट्रेन को डुमरांव स्टेशन पर रुकवाया गया।
आग कहां लगी थी?
अग्निशमन अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि आग एलएचबी कोच (जनरल बोगी) के पहिए और एक्सल के बीच लगी थी। यह आग ज्यादा फैलने से पहले ही बुझा दी गई।
आग बुझाने का तरीका:
: आग बुझाने में पानी का इस्तेमाल नहीं किया गया, क्योंकि इससे पहिए और कूलेंट को नुकसान हो सकता था।
: फायर ब्रिगेड टीम ने फायर एक्सटिंग्विशर सिलेंडर का इस्तेमाल कर आग बुझाई।
: पहले बाहर से आग पर काबू पाया गया फिर पहिए के अंदर जाकर स्थिति को नियंत्रित किया गया।
यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया:
: घटना के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित डिब्बे से बाहर निकाल लिया गया। किसी भी यात्री को चोट नहीं आई।
आवागमन प्रभावित:
इस घटना के कारण ट्रैक पर ट्रेनों का आवागमन तीन घंटे तक बाधित रहा। आग से प्रभावित बोगी को डुमरांव स्टेशन पर ही अलग कर दिया गया। बाकी ट्रेन को बांद्रा के लिए रवाना कर दिया गया।
रेलवे की प्रतिक्रिया:
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस घटना की जांच की जा रही है।
: आग के पीछे तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है।
: प्रभावित बोगी को अलग कर ट्रेन को सुरक्षित रवाना किया गया।
यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता:
रेलवे का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए उनकी टीम हमेशा तैयार रहती है।
: इस हादसे में रेलवे कर्मियों की सतर्कता के कारण बड़ा नुकसान टल गया।
: यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय किए गए।
अंत में बता दें कि इस हादसे से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ और सभी यात्री सुरक्षित हैं। आग पर समय रहते काबू पा लिया गया। फिलहाल रेल अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।