दर्दनाक : ओलंपिक पदक विजेता शूटर मनु भाकर के मामा और नानी की सड़क हादसे में मौत
चरखी दादरी। दो दिन पहले ही मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार पाने वाली देश की ओलंपिक पदक विजेता शूटर मनु भाकर के घर पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। चरखी दादरी के महेंद्र गढ़ बाईपास रोड पर हुए दर्दनाक हादसे में एक कार की टक्कर से स्कूटी से जा रहे मनु भाकर के मामा और नानी की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कार गलत दिशा से आ रही थी। कलियाणा मोड़ पर पहुंचते ही बेकाबू कार ने स्कूटी को जोरदार टक्कर मारी दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि स्कूटी सवार मनु के मामा युद्धवीर सिंह (50) और नानी सावित्री देवी (70) की मौके पर ही सांसें टूट गईं।
जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज हादसे की जांच में लग गई। पुलिस हादसे के बाद फरार कार ड्राइवर की तलाश कर रही है। मनु की नानी रोडवेज ड्यूटी पर जा रहे बेटे युद्धवीर के साथ लोहारू चौक स्थित अपने छोटे बेटे के घर जा रही थीं। रोडवेज में बस ड्राइवर बेटे युद्धवीर ने उनको अपने साथ चलने और छोटे भाई के घर छोड़ने को कहा तो वह भी उनके साथ स्कूटी से जाने को तैयार हो गईं। उन्हें क्या पता था कि मां-बेटे को उनका काल एक साथ बुला रहा था।
मनु भाकर देश की पहली ऐसी खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक ओलंपिक में दो पदक जीते हैं। पेरिस ओलंपिक में पहले उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल और फिर 10 मीटर एयर पिस्टल के मिक्स्ड इवेंट में सरबजीत के साथ मिलकर कांस्य पदक जीते थे। इस शानदार उपलब्धि पर 17 जनवरी को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया था। उनका परिवार अभी इस सम्मान का जश्न मना ही रहा था कि उनकी सबसे नजदीकी रिश्तेदारी में यह दर्दनाक हादसा हो गया।
मनु भाकर अपने मामा और नानी से बहुत प्यार करती थीं। पदक जीतकर पेरिस से भारत लौटने के बाद वह अपनी नानी-मामा के घर भी पहुंची थीं। उनको नानी के हाथ की बाजरे और मक्के की रैली बहुत अच्छी लगती थी। इस हादसे से दोनों घरों में हाहाकार मचा हुआ है।