शपथ लेते ही ट्रंप ने चीन समेत कनाडा-मेक्सिको को कड़े तेवर दिखाना भी शुरू किया
नई दिल्ली : अमेरिका फिर से ‘ट्रंप राज’ की शुरुआत हो गई है. Donald Trump ने देश के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेकर व्हाइट हाउस में वापसी की है. उन्होंने अपने आगाज के साथ ही चीन समेत कनाडा-मेक्सिको को कड़े तेवर दिखाना भी शुरू कर दिया है. एक ओर जहां ट्रंप ने टिकटॉक (Tiktok) के बहाने चीन (China) को झटका दिया, तो वहीं कनाडा-मेक्सिको पर टैरिफ बम फोड़ने के संकेत भी दे दिए हैं. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप पहले भारत को लेकर भी टैरिफ से जुड़े बड़े बयान दे चुके हैं और इस आशंका का असर शेयर बाजार पर मंगलवार को देखने को मिला है. ट्रंप की शपथ के पहले जहां Sensex-Nifty छलांग लगा रहे थे, तो वहीं शपथ के बाद अचानक ये धराशायी नजर आए हैं.
अमेरीकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही डोनाल्ड ट्रंप एक्शन में नजर आए और उनके निशाने पर सबसे आगे चीन दिखा. दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप ने चीन (China) को बड़ा झटका देते हुए शर्तें नहीं मनाने पर टैरिफ लगाने की चेतावनी दे डाली है. उन्होंने टिकटॉक (Tiktok) के बहाने टैरिफ की शर्त रखी है. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन से हम कम चार्ज करते हैं, चीन पर हम भारी टैरिफ लगा सकते हैं. मेरे आने से पहले चीन ने अमेरिका को कुछ नहीं दिया है और लगातार फायदा उठाया है.
China के बाद डोनाल्ड ट्रंप के राडार पर कनाडा और मेक्सिको नजर आ रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की तरक्की के लिए सबसे पहले कनाडा और मेक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की बात कही. Donald Trump ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ओवल ऑफिस पहुंचकर अपना विजन पेश किया और कहा कि वे कनाडा और मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगा सकते हैं. हालांकि, ये फैसला लगभग 10 दिन बाद एक फरवरी से लागू हो सकता है और इसका असर ये होगा कि कनाडा-मेक्सिको से अमेरिका आने वाले सामान पर इतने फीसदी दी टैक्स देना होगा.
अब बताते हैं कि चीन, कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लगाने की बात से आखिर भारतीय शेयर बाजार क्यों सहमा है? इससे पहले बता दें कि Trump Oath के बाद मंगलवार को Indian Stock Market ने तेजी के साथ कारोबार की शुरुआत की थी. सेंसेक्स करीब 200 अंकों की बढ़त के साथ खुला था, लेकिन कुछ मिनट में ही ये तेजी गिरावट में तब्दील हो गई. इसके बाद देखते ही देखते BSE Sensex 834 अंक तक फिसलकर 76,137 के स्तर तक पहुंच गया. सेंसेक्स की तरह ही BSE Nifty फिसल गया और 200 अंक से ज्यादा टूटकर ट्रेड कर रहा था. खासतौर पर टेक शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है.
टैरिफ का डर: ट्रंप के आगाज के साथ ही आखिर शेयर बाजार क्यों सहमा? इसके पीछे तीन बड़े कारण हो सकते हैं. इनमें से पहला ये कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने आते ही चीन, कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लगाने के संकेत दिए हैं और भारत को लेकर भी पहले बयान दे चुके हैं. बता दें कि ट्रंप ने पहले कहा था कि भारत हमारे सामान पर ज्यादा टैरिफ लगा रहा है और अमेरिका भी इसके जवाब में कदम उठा सकता है. अगर ट्रंप ऐसा कदम उठाते हैं, तो ये भारतीय निर्यात के लिए परेशानी वाला साबित हो सकता है.
रुपये में गिरावट: दूसरे कारण की बात करें, इसके अलावा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपया (Indian Rupee) पहले से ही लगातार टूटने का रिकॉर्ड बना रहा है और ट्रंप की नीतियां इसकी सेहत को और भी बिगाड़ने वाली साबित हो सकती हैं, जिसका सीधा असर इकोनॉमी पर देखने को मिल सकता है. ब्रिक्स पर ट्रंप का रुख: इसके अलावा अगला कारण BRICS देशों को अमेरिकी चेतावनी भी है. गौरतलब है कि भारत ब्रिक्स का फाउंडर मेंबर है और इसमें शामिल देश पेमेंट करेंसी के रूप में डॉलर के प्रभुत्व को तोड़ने के पक्ष में हैं. इसे लेकर राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने ब्रिक्स देशों को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि अगर वे अपने विचार के मुताबिक कार्य करने के बारे में सोचते भी हैं, तो उन पर 100 फीसदी टैरिफ लगेगा.