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डॉ.डिंपल चावला फाउंडेशन यानी जीवन बचाने का संकल्प

लखनऊ : कुछ यादें हमें प्रेरित करती हैं, कुछ यादें हमें आगे बढ़ने की हिम्मत देती हैं। डॉ. डिंपल अरोड़ा चावला की याद में शुरू किए गए इस नेक अभियान की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। साल 2021 में कोरोना महामारी ने डॉ. डिंपल को हमसे छीन लिया, लेकिन उनकी निस्वार्थ सेवा भावना और दूसरों की मदद करने का जज़्बा आज भी हमारे बीच जीवित है। डॉ. डिंपल चावला फाउंडेशन की स्थापना उनके परिवार-भवनीश अरोड़ा (भाई), रवीश चावला (पति), सुनील अरोड़ा (पिता), और अर्पित चावला (बहनोई)-द्वारा की गई। इस पहल का उद्देश्य समाज के जरूरतमंद लोगों की सहायता करना है, खासकर उन मासूम थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की, जिन्हें नियमित रक्त की आवश्यकता होती है।

खून देकर जीवन बचाने की मुहिम
पिछले साल, डॉ. डिंपल की जयंती पर आयोजित रक्तदान शिविर में 182 यूनिट रक्त एकत्र किया गया था। इस वर्ष, रोटरी क्लब फरीदाबाद के सहयोग से, हमने 212 यूनिट रक्त एकत्र कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। हर एक बूंद रक्त उन मरीजों के लिए उम्मीद की किरण बनती है, जो हर दिन जीवन की जंग लड़ रहे हैं। इस पहल का सबसे प्रेरणादायक पहलू यह है कि यह केवल एक रक्तदान शिविर नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का संकल्प है। रक्तदान करने आए लोगों ने न सिर्फ अपना खून दिया, बल्कि डॉ. डिंपल के सपने को भी जीने का अवसर दिया- एक ऐसा सपना जिसमें हर जरूरतमंद को समय पर चिकित्सा सहायता मिले। आपका सहयोग जरूरी है

हमारा लक्ष्य अगले वर्ष इस संख्या को और बढ़ाना है ताकि अधिक से अधिक लोगों को जीवनदान मिल सके। यह केवल हमारा नहीं, पूरे समाज का दायित्व है कि हम जरूरतमंदों की सहायता करें। अगर आप भी इस नेक पहल का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अगले रक्तदान शिविर में अवश्य भाग लें। डॉ. डिंपल की सेवा भावना को जीवित रखते हुए, आइए मिलकर इस मिशन को और मजबूत बनाएं। आपका एक कदम किसी की जिंदगी बचा सकता है। “खून देना सिर्फ एक दान नहीं, बल्कि एक जीवन देने का अवसर है।”
हमारे अभियान से जुड़ने के लिए संपर्क करें-

डॉ. डिंपल चावला फाउंडेशन
drdimplechawlafoundation@gmail.com

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