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जातिगत गणना के फैसले को तेजस्वी ने बताया “लालू की जीत”, कहा- हमारी लड़ाई अब अगले पड़ाव पर…

लखनऊ: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Government) ने जातिगत जनगणना (Caste Census) कराने का ऐलान कर दिया है। जैसे ही जाति जनगणना कराने का ऐलान हुआ, वैसे ही राजनीतिक दलों में इस फैसले का श्रेय लेने की होड़ लग गई। इसी बीच बिहा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने केंद्र के फैसले को समाजवादियों और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद (Lalu Prasad Yadav) की जीत बताया।

तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘ हमारी वैचारिक जीत, सामाजिक न्याय की हमारी लड़ाई अब अगले पड़ाव पर। जो आज हम करते है वो बाकी 35-40 साल बाद सोचते हैं। अब हम पिछड़ों/अतिपिछड़ों के लिए विधानसभा, विधानपरिषद, लोकसभा और राज्यसभा में सीटें आरक्षित करेंगे। मंडल कमीशन की अनेक सिफारिशें भी अभी लागू होना शेष है। सामाजिक न्याय ज़िंदाबाद!” उन्होंने कहा, ‘‘ 29 साल पहले जनता दल के नेतृत्व वाली संयुक्त मोर्चा की समाजवादी सरकार के केंद्रीय कैबिनेट द्वारा जातिगत जनगणना के निर्णय को पलटने वाली राजग सरकार को दुबारा उस निर्णय पर निर्णय लेने के लिए बाध्य करने वाले आदरणीय लालू जी समेत सभी समाजवादियों की जीत को बधाई।”

पटाखा जलाकर मनाया जश्न
तेजस्वी ने फैसले की खुशी में पटाखा जलाकर जश्न मनाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा किया। बिहार की तत्कालीन महागठबंधन सरकार ने 2023 में एक जाति सर्वेक्षण कराया और उसी वर्ष नवंबर में सर्वेक्षण रिपोर्ट के निष्कर्ष विधानसभा में पेश किए। जाति सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुसार राज्य की 13.07 करोड़ की आबादी में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) की हिस्सेदारी 63.13 प्रतिशत है, जबकि स्वर्ण जातियों की हिस्सेदारी 15.52 प्रतिशत है।

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