नई दिल्ली : किशमिश एक ऐसा मेवा है जिसे खीर, फिरनी, सेवइयां और बर्फी आदि में डाला जाता है. लेकिन, किशमिश सिर्फ किसी खास अवसर पर ही क्यों खाई जाए जबकि इसे रोजाना खाने के कई फायदे मिलते हैं. किशमिश को सूखे अंगूरों से बनाई जाती है. इसमें आयरन, पौटेशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को ताकत और मजबूती देते हैं. इन्हें सूखा या फिर भिगो कर भी खाया जा सकता है. लेकिन, इन्हें खाली पेट खाना चाहिए या भरे पेट, आइए जानें.
किशमिश खाने के फायदे
फाइबर से भरपूर
किशमिश फाइबर का अच्छा स्त्रोत है. अगर किशमिश को भिगो कर (Soaked Raisins) खाया जाए तो ये पेट के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है. ये कब्ज से मुक्ति दिलाने में बेहद असरदार मानी जाती है.
नेचुरल शुगर से भरपूर
किशमिश में नेचुरल शुगर पाई जाती है. आप किशमिश से अपने शुगर इंटेक को कंट्रोल में रख सकते हैं. एक्स्ट्रा शुगर खाने की बजाय आप मीठी चीजों से किशमिश को रिप्लेस कर सकते हैं. इससे आपको वजन घटाने में भी मदद मिलेगी.
इम्यूनिटी के लिए बेहतर
विटामिन बी और सी से भरपूर किशमिश रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी (Immunity) को बढ़ाने का काम करती है और इंफेक्शंस का खतरा भी कम होता है.
हड्डियां होती हैं मजबूत
किशमिश हड्डियों को मजबूत करने का काम करती है. कैल्शियम से भरपूर भिगोई हुई किशमिश अन्य पोषक तत्वों को सोखने में भी अच्छी होती है.
किस समय खाएं किशमिश
रोजाना 30 ग्राम तक किशमिश खाना सेहत के लिए अच्छा है. इन्हें स्नैक्स की तरह भी खाया जा सकता है या फिर नाश्ते में ओट्स या शेक्स में डालकर भी किशमिश का सेवन कर सकते हैं. खाली पेट अगर मुट्ठीभर किशमिश खाई जाए तो सेहत (Health) के लिए बेहद फायदेमंद होती है.