बढ़ती आतंकी गतिविधियों के बीच बढ़ी सिद्धिविनायक मंदिर की सुरक्षा, नारियल और माला पर चढ़ाने पर लगाई रोक

नई दिल्ली: भारत के सख्त कदमों के बाद पाकिस्तान की ओर से कई हिंदू धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया है। जम्मू-कश्मीर और पंजाब में मंदिरों और गुरुद्वारों पर गोलाबारी की घटनाएं सामने आई हैं। इस माहौल को देखते हुए मुंबई के प्रसिद्ध श्री सिद्धिविनायक मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
मंदिर में सुरक्षा को लेकर नया निर्णय
मुंबई के प्रभादेवी इलाके में स्थित भगवान गणेश को समर्पित सिद्धिविनायक मंदिर में हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। यह मंदिर देशभर में प्रसिद्ध है और पहले भी आतंकियों के निशाने पर रहा है। इसी वजह से मंदिर प्रशासन ने कुछ अहम फैसले लिए हैं।
श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के चेयरमैन सदा सरवांकर ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों से लगातार अलर्ट मिलने के बाद मंदिर में नारियल और फूलों की माला चढ़ाने पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है। यह आदेश 11 मई 2025 से लागू होगा।
क्यों है नारियल और माला से खतरा?
मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, नारियल और फूलों की मालाओं की मंदिर में सुरक्षा जांच नहीं हो पाती, जिससे उनमें विस्फोटक या ज़हर होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। भक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह सख्त कदम उठाया गया है।
फूल विक्रेताओं को आदेश
मंदिर के बाहर फूल बेचने वालों को सूचित कर दिया गया है कि वे 11 मई से पहले अपना स्टॉक खत्म कर लें। इसके बाद मंदिर परिसर के बाहर कोई भी फूलों की दुकान नहीं लगाने दी जाएगी। श्रद्धालुओं को फूल या माला मंदिर में ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
भक्तों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था
सदा सरवांकर ने बताया कि ट्रस्ट की योजना है कि अगर संभव हो, तो मंदिर परिसर में ही फूल और दूब की सुविधा श्रद्धालुओं को दी जाएगी, ताकि पूजा विधि प्रभावित न हो।
सुरक्षा में कोई कमी नहीं
भविष्य में किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए मंदिर ट्रस्ट ने 20 सेवानिवृत्त सुरक्षा कर्मियों को फिर से सेवा में बुला लिया है। इसके साथ ही मुंबई पुलिस के साथ मिलकर सुरक्षा को मजबूत किया जा रहा है। ट्रस्ट और प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भक्तों की आस्था और सुरक्षा दोनों का ध्यान रखा जाएगा। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे नए नियमों का पालन करें और सहयोग करें।