गाज़ीपुर में बाढ़ से बचाव के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन, चार स्थानों पर चला छह घंटे का पूर्वाभ्यास

गाज़ीपुर। बाढ़ जैसे संभावित आपदा से निपटने के लिए गाजीपुर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। इसी क्रम में शुक्रवार को जिले के विभिन्न इलाकों में छह घंटे की मॉक ड्रिल कर बाढ़ से राहत और बचाव कार्यों का पूर्वाभ्यास किया गया। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से यह मॉक ड्रिल सैदपुर, गौसपुर, ताड़ीघाट और रामपुर में कराई गई। इसका उद्देश्य बाढ़ की स्थिति में त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन, राहत पहुंचाने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की तैयारियों को परखना था।
ताड़ीघाट और रामपुर में ADM (वित्त एवं राजस्व) दिनेश कुमार के नेतृत्व में मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जिसमें आपदा से प्रभावित माने गए करीब एक दर्जन लोगों और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इसी दौरान सोनवल के पास डीटी ब्रांच के क्षतिग्रस्त होने की सूचना पर राहत एवं आपदा टीम, रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर रेलवे ट्रैक को दुरुस्त किया और ट्रेनों का संचालन पुनः प्रारंभ कराया।
गौसपुर (मुहम्मदाबाद) के गायत्री घाट पर गंगा तट पर भी व्यापक मॉकड्रिल हुई। आपदा मित्रों ने बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को राहत शिविरों तक पहुंचाने का अभ्यास किया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने डूब रहे लोगों के प्राथमिक उपचार का प्रदर्शन किया। सैदपुर क्षेत्र में मॉकड्रिल के दौरान बाढ़ से तटवर्ती इलाकों में मकान ढहने की स्थिति का अभ्यास किया गया। वहीं, सेवराई क्षेत्र में नाव में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने का मॉक ऑपरेशन किया गया।
इस मॉकड्रिल में एनसीसी कैडेट्स, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग, पशुपालन, राजस्व, आपदा प्रबंधन, सिंचाई विभाग, पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीमों ने समन्वय के साथ हिस्सा लिया। अधिकारियों ने बताया कि यह मॉकड्रिल संभावित बाढ़ के दौरान रेस्क्यू और राहत कार्यों को वास्तविक परिस्थितियों में अंजाम देने की तैयारी के रूप में की गई। इससे न केवल प्रशासनिक अमले की तैयारी जांची गई, बल्कि आमजन को भी जागरूक किया गया कि आपदा की घड़ी में कैसे संयम और सहयोग से सुरक्षित रहा जा सकता है।