देहरादून: पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने चिकित्सा सुविधाओं को हर गांव, हर नागरिक तक पहुँचाने का ठोस प्रयास किया है। AIIMS ऋषिकेश में देश की पहली हेली एंबुलेंस सेवा शुरू कर राज्य ने आपातकालीन चिकित्सा सेवा में ऐतिहासिक कदम उठाया है। साथ ही किच्छा (ऊधम सिंह नगर) में AIIMS का सेटेलाइट सेंटर स्थापित किया जा रहा है, जिससे कुमाऊं क्षेत्र के लाखों लोगों को अत्याधुनिक इलाज की सुविधा नजदीक में ही मिल सकेगी। राज्यभर में 313 जन औषधि केंद्र संचालित हो रहे हैं, जहां जनमानस को बाज़ार मूल्य से 80% तक सस्ती दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं अब केवल सुविधा नहीं, बल्कि हर वर्ग के लिए सुलभ अधिकार बन रही हैं।
अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत अब तक 59 लाख से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं, जिसके माध्यम से प्रत्येक पात्र नागरिक को ₹5 लाख तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध हो रही है। इसके साथ ही, प्रदेश के अस्पतालों में 207 प्रकार की पैथोलॉजिकल जांचों को पूरी तरह मुफ्त कर दिया गया है, जिससे हजारों मरीजों को समय पर जांच और उपचार मिल रहा है। सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल और मोबाइल माध्यमों से सशक्त किया है—हेल्थ एटीएम, मोबाइल मेडिकल यूनिट और टेलीमेडिसिन के माध्यम से इलाज अब दूरी का मोहताज नहीं रहा। यह सब मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में विकसित हो रहे जनकल्याणकारी, उत्तरदायी और सुलभ स्वास्थ्य मॉडल का प्रमाण है, जिसने उत्तराखण्ड को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अग्रणी बना दिया है।