योगी आदित्यनाथ से जापानी राजदूत ओनो केइची ने की शिष्टाचार भेंट

लखनऊ: भारत में जापान के राजदूत ओनो केइची ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की और राज्य के साथ संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा की। बैठक के बाद जापानी राजदूत ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘कुछ घंटे पहले ही मैंने मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) से मुलाकात की और हमने जापान और उत्तर प्रदेश के बीच संबंधों विकसित करने के तौर तरीकों पर सार्थक बातचीत की।’’
उन्होंने बताया, ‘‘यहां (उप्र) की आबादी अधिक है, खासकर युवा प्रतिभाशाली लोगों की, और जापान एक वृद्ध समाज है। इसलिए मुझे लगता है कि यहां मांग और आपूर्ति मिलती है। इसलिए हम साथ मिलकर काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा यह लखनऊ की मेरी पहली यात्रा है और इस दौरान लोगों के बीच आदान-प्रदान, मानव संसाधन विकास, विभिन्न क्षेत्रों में जापानी कंपनियों के निवेश सहित सहयोग के विभिन्न पहलुओं, क्षेत्रों पर सहमति बनी।”
यह पूछे जाने पर कि क्या जापान उप्र में व्यापार और निवेश के अवसरों पर विचार कर रहा है, उन्होंने कहा, पहले से ही 300 से अधिक जापानी कंपनियां उप्र, विशेष रूप से नोएडा में संचालित हो रही हैं। लेकिन हम नोएडा के बाहर निवेश बढ़ाना चाहेंगे।”
उन्होंने कहा कि जापानी की शिक्षा सहित स्कूली शिक्षा भी एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें उप्र और जापान साथ मिलकर काम कर सकते हैं। मुख्यमंत्री आवास पर बैठक के बाद, राजदूत केइची ने एक्स पर निवेश, प्रौद्योगिकी, मानव संसाधन विकास और पर्यटन में जापान-उप्र सहयोग के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बनी सहमति की जानकारी साझा की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक्स पर अपना दृष्टिकोण साझा किया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश और जापान के बीच तकनीकी सहयोग, निवेश, युवाओं के कौशल विकास और पर्यटन जैसे चार प्रमुख क्षेत्रों में साझेदारी को लेकर चर्चा हुई।
आधिकारिक बयान के अनुसार, बैठक के दौरान यह तय किया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही जापान का दौरा करेगा। साथ ही, जुलाई के अंतिम सप्ताह में आयोजित होने वाले विश्व एक्सपो, ओसाका में भी उप्र का प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स, हरित ऊर्जा और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में जापानी निवेश और तकनीकी सहयोग का स्वागत करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जापान के साथ मिलकर युवाओं को प्रशिक्षित करेगी ताकि वे वहां नौकरी के योग्य बन सकें।