मध्य प्रदेशराज्य

MP में फूटा किसानों का गुस्सा, टोल फ्री नंबर बना मजाक; आंदोलन की चेतावनी

जबलपुर: मध्य प्रदेश (Madhy Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में भारतीय किसान संघ (Bharatiya Kisan Sangh) के प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होने छरौआ घाट (Chharoa Ghat) पहुंचे सैकड़ों किसानों (Farmers) ने टोल फ्री नंबर (Toll Free Number) से खाद (Fertilizer) न मिलने पर जमकर नाराजगी जता. किसान संघ के जिलाध्यक्ष रामदास पटेल (Ramdas Patel) ने बताया कि टोल फ्री नंबर 0761181 पर कॉल करने पर फोन नहीं लगता है और न ही किसानों को इस संबंध में कोई एसएमएस अब तक नहीं मिला है. एक जुलाई से प्रारंभ हुई खाद वितरण की यह व्यवस्था नाकाम साबित हुई है.

पटेल ने कहा कि यदि व्यवस्था नहीं सुधरी तो भारतीय किसान संघ के नेतृत्व जिले भर के किसान जिला मुख्यालय पर बड़े आंदोलन, धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी. प्रशिक्षण वर्ग में मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेन्द्र सिंह पटेल व विद्युत नियामक आयोग के सदस्य दामोदर पटेल ने किसान संघ की रीति नीति, अवधारणा व कार्यपद्धति को किसानों के समक्ष रखा.

शासन ने जारी आदेश के तहत 5 बोरी डीएपी व 5 बोरी यूरिया के साथ एक बॉटल नैनो डीएपी व यूरिया की जबरदस्ती दी जा रही है. जिसको लेकर प्रशासन के खिलाफ किसानों में भारी गुस्सा देखने मिला. किसानों ने आरोप लगाया कि निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने अधिकारी इस तरह के आदेश निकाल रहे हैं. जिससे किसान को आर्थिक नुकसान हो रहा है और निजी खाद कंपनियों को लाभ मिल रहा है. जबकि नैनो डीएपी व यूरिया से किसानों को कोई लाभ नहीं है. इस भ्रष्टाचार को बंद किया जाना चाहिए.

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