मनोरंजन

फिल्म इंडस्ट्री को एक और झटका: कॉमेडी से इंडस्ट्री में धमाल मचाने वाले एक्टर का किडनी-लिवर फेलियर से निधन

नई दिल्ली: साउथ फिल्म इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। तेलुगु सिनेमा के मशहूर कॉमेडियन फिश वेंकट, जिनका असली नाम वेंकट राज था, का 53 साल की उम्र में निधन हो गया है। लंबे समय से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे वेंकट का हाल ही में किडनी और लिवर फेल हो गया था। डॉक्टर्स ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन उनकी हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती चली गई और अंततः उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।

लगातार बिगड़ती रही तबीयत, थे वेंटिलेटर पर
फिश वेंकट की तबीयत काफी समय से नाजुक बनी हुई थी। उन्हें नियमित डायलिसिस पर रखा गया था और हालत इतनी गंभीर हो चुकी थी कि डॉक्टरों को उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखना पड़ा। इलाज के दौरान पता चला कि उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत है, जिसकी लागत लगभग 50 लाख रुपए थी। दुर्भाग्यवश, इतने पैसे जुटाना उनके परिवार के लिए संभव नहीं हो पाया।

मदद की गुहार, पर नहीं मिला साथ
वेंकट की बेटी ने सोशल मीडिया और विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर आर्थिक मदद की अपील भी की थी। सोशल मीडिया पर एक समय यह भी अफवाह फैल गई थी कि सुपरस्टार प्रभास उनकी मदद के लिए आगे आए हैं। हालांकि, परिवार ने इस खबर को गलत बताते हुए साफ किया कि ऐसा कोई सहयोग उन्हें नहीं मिला। एक फर्जी कॉल आया था जिसमें खुद को प्रभास का असिस्टेंट बताया गया, लेकिन असल में किसी भी तरह की वित्तीय सहायता नहीं पहुंची।

परिवार में पसरा मातम
फिश वेंकट अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। उनके निधन से परिवार पूरी तरह टूट चुका है। इंडस्ट्री में भी शोक की लहर दौड़ गई है, और फैंस सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

कॉमेडी में बनाया खास मुकाम
फिश वेंकट को तेलुगु सिनेमा में उनके अनोखे हास्य अंदाज़ के लिए पहचाना जाता था। उन्होंने ‘बन्नी’, ‘अधर्स’, ‘धी’, ‘डीजे टिल्लू’, ‘मां विन्था गाधा विनुमा’, और हाल ही में ‘कॉफी विद ए किलर’ जैसी फिल्मों में काम किया था। साउथ फिल्मों में उनके डायलॉग डिलीवरी और टाइमिंग को दर्शकों ने खूब पसंद किया।

एक कलाकार की चुपचाप विदाई
एक ऐसा अभिनेता जिसने हंसते-हंसते लाखों दिलों को जीता, वह आज अपनी बीमारी और आर्थिक तंगी के कारण अकेले चला गया। उनकी मौत ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि फिल्मों में काम करने वाले तमाम कलाकारों के लिए स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा की व्यवस्था क्यों नहीं होती।

Related Articles

Back to top button