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सावन के तीसरे सोमवार पर बड़ा हादसा: जलाभिषेक के दौरान मंदिर में करंट से 2 श्रद्धालुओं की मौत, 40 से ज्यादा घायल

हैदरगढ़: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सावन के पवित्र महीने के तीसरे सोमवार की सुबह एक धार्मिक आयोजन दर्दनाक हादसे में बदल गया। हाइदरगढ़ क्षेत्र स्थित औसानेश्वर महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए एकत्र हुए थे, लेकिन अचानक हुए करंट प्रवाह से भगदड़ मच गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और करीब 40 से अधिक लोग घायल हो गए।

कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना सुबह करीब 3 बजे की है जब मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। बताया जा रहा है कि बंदरों के एक झुंड ने मंदिर के ऊपर से गुजर रही बिजली की तारों पर छलांग लगाई, जिससे एक पुराना तार टूटकर टिन की छत पर गिर गया। इस छत के सहारे कई लोग खड़े थे, और जैसे ही करंट फैला, वहां अफरा-तफरी मच गई। धातु की छत में करंट फैलते ही लोगों में चीख-पुकार मच गई और जान बचाने के लिए भीड़ में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

मरने वालों में एक की हुई पहचान
हादसे में मारे गए दो लोगों में से एक की पहचान 22 वर्षीय प्रशांत के रूप में हुई है, जो मुबारकपुरा गांव का निवासी था। दोनों की मौत इलाज के दौरान त्रिवेदीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई। दूसरे मृतक की पहचान अभी नहीं हो सकी है।

अधिकारी मौके पर पहुंचे, जांच जारी
बाराबंकी के जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने जानकारी दी कि करंट का कारण पुराना और जर्जर तार था, जिसे बंदरों की वजह से नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि 19 लोगों को करंट लगा, जिनमें कुछ की हालत गंभीर है। हालांकि स्थिति अब नियंत्रण में है। पुलिस पहले से ही मौके पर मौजूद थी और हादसे के तुरंत बाद राहत कार्य शुरू कर दिए गए थे। फिलहाल पूरी घटना की जांच जारी है।

मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख जताते हुए अधिकारियों को तुरंत राहत कार्य शुरू करने और घायलों को समुचित इलाज देने के निर्देश दिए हैं।

दो दिनों में दूसरी बड़ी घटना
यह हादसा ऐसे समय पर हुआ है जब एक दिन पहले ही उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मां मनसा देवी मंदिर में भी भगदड़ की एक घटना में 8 लोगों की जान चली गई थी और 30 से अधिक लोग घायल हुए थे। उस हादसे की भी वजह बिजली का करंट फैलने की अफवाह बताई गई थी।

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